Zee जानकारी: परिवार के हर सदस्य और सभी पीढ़ियों से जुड़ी खबर
Advertisement

Zee जानकारी: परिवार के हर सदस्य और सभी पीढ़ियों से जुड़ी खबर

Zee जानकारी: परिवार के हर सदस्य और सभी पीढ़ियों से जुड़ी खबर

अब हम जिस खबर का विश्लेषण कर रहे हैं उसमें भावनाओं की मात्रा बहुत ज्यादा है. अगर आप एक माता पिता हैं तो आपको ये खबर अपने बच्चों के लिए देखनी चाहिए, अगर आप युवा हैं और अपने माता पिता के साथ रहते हैं तो आपको ये खबर अपने Parents के लिए देखनी चाहिए. अगर आप एक गृहणी हैं. तो आपको ये खबर अपने सास ससुर और माता-पिता दोनों के लिए देखनी चाहिए. कुल मिलाकर ये परिवार के हर सदस्य, और सभी पीढ़ियों से जुड़ी हुई खबर है.

हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने एक फैसला सुनाया. जिसमें कोर्ट ने कहा कि अगर कोई बेटा-या बेटी अपने माता पिता के साथ दुर्व्यवहार करते हैं, मारपीट करते हैं, या फिर उनके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते हैं. तो मां बाप को ये हक है कि वो अपनी Property से ऐसी संतान को बेदखल कर सकते हैं. माता-पिता 18 वर्ष से ऊपर के बेटे या बेटी को इस आधार पर घर से बाहर निकाल सकते हैं, कि उनकी संतान उनके साथ बुरा व्यवहार करती है. कोर्ट ने ये हक उन मां-बाप को भी दिया है जो अपने बालिग बेटे या बेटी के साथ किराए के मकान में रहते हैं. अगर मकान का किराया माता-पिता देते हैं. तो उन्हें ये हक है कि वो अपने ऐसे बालिग बच्चों को घर से बाहर निकाल दें जो उन्हें प्रताड़ित करते हैं.

सच ये है कि मातृदेवो भव: और पितृदेवो भव: यानी माता और पिता को ईश्वर के समान मानने की परंपरा वाले भारत में बुज़ुर्गों पर अत्याचार और उनकी अनदेखी अब आम बात हो गई है. दिल्ली हाईकोर्ट ने जिस मामले की सुनवाई करते हुए, ये फैसला सुनाया है, उसके बारे में मैं आपको बताऊंगा. तो आपकी आंखों में भी आंसू आ जाएंगे.

ये कहानी 88 वर्ष के एक बुजुर्ग पिता और 83 वर्ष की उनकी बुजुर्ग पत्नी और उनके बेटों की है. इस बुजुर्ग दंपती का नाम है विलियम दास और लीलावती, आपको बता दें कि लीलावती कैंसर की मरीज़ हैं. जबकि 88 वर्ष के विलियम, किडनी की परेशानी और हाइपरटेंशन के शिकार हैं. एक वर्ष पहले एक Tribunal ने इस बुजुर्ग दंपती के बेटों को घर खाली करने का आदेश दिया था. इनके बेटों पर आरोप था कि वो संपत्ति पर कब्ज़ा करने के लिए माता-पिता को मारते-पीटते थे और उनके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल भी करते थे. लेकिन इस आदेश के कुछ समय बाद ही एक बेटे ने फैसले के खिलाफ अदालत में अपील दायर कर दी. इस अपील पर अदालत ने जो फैसला सुनाया है उसका सीधा मतलब ये है कि माता-पिता चाहे Property के मालिक हो या वहां किराए पर रह रहे हों. वो बदसलूकी करने वाले बच्चों को घर से बाहर निकाल सकते हैं. 

भारत की परंपराओं पर गर्व करने वाले लोग अक्सर कहते हैं कि भारत इसलिए एक महान देश है. क्योंकि यहां परिवार को बहुत महत्व दिया जाता है. मां-बाप का सम्मान किया जाता है, लेकिन सच ये है कि भारत में ज्यादातर बुजुर्गों के हालात अच्छे नहीं है.
United Nations Population Fund की एक रिपोर्ट के मुताबिक,
भारत के 90 प्रतिशत बुज़ुर्गों को सम्मानपूर्वक ज़िंदगी जीने के लिए सारी उम्र काम करना पड़ता है.
करीब साढ़े पांच करोड़ बुज़ुर्ग रोज़ भूखे पेट सोते हैं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में बुजुर्ग पेंशन के नाम पर सरकारें GDP का सिर्फ 0.03% हिस्सा खर्च करती है.
और हर 8 में से 1 बुज़ुर्ग को लगता है कि उनके होने या ना होने से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता.

मां-बाप को भगवान मानने वाले देश में बुजुर्गों की ये अनदेखी बहुत दुखद है, यही बुजुर्ग परिवार के हर सदस्य के जीवन में धूप लाते हैं, लेकिन खुद इनके दामन में अंधेरा है. भारत के बुज़ुर्गों की हालत को समझाने के लिए मैं दो पंक्तियां आपको सुनाना चाहता हूं. इन पंक्तियों को हिंदी के कवि जमुना प्रसाद उपाध्याय ने लिखा है.

कैक्टस को तो सजाकर वो गुलदान में रखता है,
मां-बाप को गैराज या दालान में रखता है।

यानी हमारे देश में किताबों में मां-बाप को भगवान का दर्जा तो दिया जाता है. लेकिन हकीकत ये है कि करोड़ों बुजुर्ग, किसी तरह से अपना जीवन काट रहे हैं. और उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. आप और हम एक परिवार की तरह हैं इसलिए हमें कुछ विषयों पर खुलकर एक दूसरे के साथ बात करनी चाहिए. इसलिए आज हमारी कोशिश इस गंभीर विषय पर आपसे संवाद करने की है. इसी कोशिश के तहत हमनें भारत में बुजुर्गों के हालात पर एक DNA टेस्ट किया है. अगर आप अपने माता-पिता के साथ रहते हैं. उनसे प्यार करते हैं तो आपको ये विश्लेषण ज़रूर देखना चाहिए. हमें नहीं पता कि जो कहानी हम आपको दिखाने जा रहे हैं. उस कहानी में आप कौन सा किरदार निभा रहे हैं. बुजुर्ग माता-पिता का, या फिर उन्हें हाशिए पर छोड़ने वाले बच्चों का. अगर आप अपने माता-पिता का सम्मान करते हैं. उनकी ज़रूरतों का ख्याल रखते हैं तो भी आपको ये DNA टेस्ट ज़रूर देखना चाहिए. इससे आपके संबंधों में और मजबूती आएगी.
 

Trending news