ZEE जानकारीः वर्ष 2019 की राजनीतिक लड़ाई के सबसे बड़े योद्धा
Advertisement

ZEE जानकारीः वर्ष 2019 की राजनीतिक लड़ाई के सबसे बड़े योद्धा

IndiaKaDNA 2019 conclave में हमारे साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह थे. बीजेपी के रणनीतिकार राममाधव से हमारी बातचीत हुई. उत्तर प्रदेश से अखिलेश यादव और बिहार से तेजस्वी यादव एक साथ हमारे मंच पर मौजूद थे.

ZEE जानकारीः वर्ष 2019 की राजनीतिक लड़ाई के सबसे बड़े योद्धा

2019 भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण वर्ष होने वाला है . देश इस वक्त एक बहुत अहम मोड़ पर है . वर्ष 2019 में जब लोकसभा चुनाव होंगे, तब ये तय होगा कि भारत में बीजेपी का राज कायम रहेगा या फिर कोई और सत्ता की चाबी छीन लेगा. राजनीति में दिलचस्पी रखने वालों के लिए, मई 2019 तक का समय, कई तरह के उतार-चढ़ाव से भरा होगा.  वर्ष 2019 में भारत का DNA कैसा होगा ? ये समझने के लिए Zee News ने एक राजनीतिक सम्मेलन किया था. इसमें हमने उन राजनेताओं को बुलाया था जो वर्ष 2019 की राजनीतिक लड़ाई के सबसे बड़े योद्धा हैं . 

हमारे साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह थे . बीजेपी के रणनीतिकार राममाधव से हमारी बातचीत हुई . उत्तर प्रदेश से अखिलेश यादव और बिहार से तेजस्वी यादव एक साथ हमारे मंच पर मौजूद थे. हमने कांग्रेस के बड़े नेताओं से चर्चा की . इस राजनीतिक सम्मेलन में कई नेताओं ने अपने मन की बात हमसे खुलकर कही. वर्ष 2019 की राजनीति को देखें तो कई महत्वपूर्ण बयान Zee News के मंच से दिए गए हैं . ये बयान वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए बहुत महत्वपूर्ण हैं . इस सम्मेलन की बड़ी बातों पर आपको गौर करना चाहिए

आज की जो राजनीतिक परिस्थितियां हैं उन्हें देखकर लगता है कि नरेंद्र मोदी से मुकाबला करने के लिए एक महागठबंधन बन रहा है . अमित शाह ने इस पर कहा है कि सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही समाजवादी पार्टी और BSP के गठबंधन से उन पर असर पड़ेगा, बाकी के राज्यों में महागठबंधन का कोई असर नहीं होगा . उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 44 प्रतिशत वोट मिले थे और अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी उत्तर प्रदेश में 51 प्रतिशत वोट हासिल करने की रणनीति पर काम कर रही है . 

अमित शाह ने ये भी कहा कि 2019 में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक बीजेपी को नरेंद्र मोदी के नाम और काम के दम पर वोट मिलेंगे. दूसरी तरफ सवाल ये भी है कि अगर नरेंद्र मोदी के खिलाफ महागठबंधन बनता है तो उसका चेहरा कौन होगा ? कल हमने ये सवाल उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पूछा कि क्या वो खुद प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं . तब अखिलेश यादव ने जवाब दिया कि वो प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहते. उन्होंने कांग्रेस को एक बड़ा झटका भी दिया . अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करना उनकी बहुत बड़ी गलती थी . 

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और RJD के नेता तेजस्वी यादव भी कल हमारे साथ थे . तेजस्वी यादव ने गठबंधन की राजनीति पर बहुत खुलकर बात की . उन्होंने साफ कर दिया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए अब महागठबंधन के दरवाज़े बंद हो चुके हैं. उन्हें महागठबंधन में एंट्री नहीं मिलेगी. इस सम्मेलन में कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने भी एक बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी है इसलिए राहुल गांधी महागठबंधन के लिए प्रधानमंत्री पद के स्वाभाविक उम्मीदवार हैं. ये पहली बार है जब कांग्रेस ने इतनी मज़बूती से राहुल गांधी को, महागठबंधन के चेहरे के तौर पर आगे किया है.

वर्ष 2019 से जुड़ा हुआ सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या नरेंद्र मोदी दोबारा भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे ? इस सवाल के जवाब में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि बीजेपी वर्ष 2019 में 300 से भी ज़्यादा सीटें जीतेगी . हमने बीजेपी के बड़े रणनीतिकार और संगठनकर्ता राम माधव से भी बात की . उन्होंने कहा कि बीजेपी दक्षिण भारत, और पूर्वोत्तर भारत में वर्ष 2014 के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करेगी. और अगर उत्तर भारत में नुकसान होता है तो उसकी भरपाई दक्षिण भारत से हो जाएगी.

जैसे किसी इंसान का DNA होता है वैसे ही देश का भी DNA होता है . और भारत तो हज़ारों वर्ष पुराना देश है . आप ये भी कह सकते हैं कि हमारे देश का DNA, दुनिया का सबसे प्राचीन DNA है . DNA को आप स्वभाव भी कह सकते हैं . किसी देश का चरित्र कैसा है ? ये देश के लोगों के DNA से तय होता है . और जैसा देश का DNA होता है वैसा ही देश की राजनीति का DNA भी होता है . इसीलिए हमने अपने राजनीतिक सम्मेलन का नाम रखा... India का DNA. अब आप ये भी देखिए कि कैसे ज़ी न्यूज़ ने DNA शब्द को, अब राजनीति की दुनिया का सबसे प्रचिलित शब्द बना दिया है. 

Trending news