ZEE जानकारी: पाकिस्तान में संवेदनशील पत्रकारिता करने वालों को Troll किया जाता है
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ZEE जानकारी: पाकिस्तान में संवेदनशील पत्रकारिता करने वालों को Troll किया जाता है

पाकिस्तान में भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी का जो अपमान हुआ.अब तक आपने उसकी सिर्फ तस्वीरें देखी हैं. लेकिन, अब तक आपको इस मुलाकात की Inside Story के बारे में पता नहीं होगा. आज भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज खुद..आपको इस पूरे मामले की Inside Story बताएंगी.

ZEE जानकारी:  पाकिस्तान में संवेदनशील पत्रकारिता करने वालों को Troll किया जाता है

हम एक ऐसे कलियुग में जी रहे हैं, जिसमें सही और सच्ची बातें करने वाले लोगों को Troll किया जाता है. हम एक ऐसे देश के पड़ोसी हैं, जो 'साम-दाम-दंड-भेद', हर प्रकार की चालाकियों का इस्तेमाल करके, 133 करोड़ भारतीयों की भावनाओं से खिलवाड़ करता है. और अफसोस की बात ये भी है, कि हमारा पड़ोसी एक ऐसा देश है, जो Media का इस्तेमाल अपने एजेंडे के लिए करता है....और बाद में पत्रकारों को Whatsapp पर 'Job Well Done' वाला Message भेजकर, उनका शुक्रिया अदा करता है. ज़ाहिर है ये काम पाकिस्तान के सिवा.. कोई और नहीं कर सकता.

पाकिस्तान में भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी का जो अपमान हुआ.अब तक आपने उसकी सिर्फ तस्वीरें देखी हैं. लेकिन, अब तक आपको इस मुलाकात की Inside Story के बारे में पता नहीं होगा. आज भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज खुद.. आपको इस पूरे मामले की Inside Story बताएंगी. आज (28 दिसंबर) संसद के दोनों सदनों.यानी राज्यसभा और लोकसभा में अपने भाषण में, विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के हर झूठ की पोल खोल दी. हम आपको सुषमा स्वराज का वो पूरा बयान सुनाएंगे, लेकिन उससे पहले एक घटना का ज़िक्र करना ज़रुरी है.

जिस वक्त कमांडर कुलभूषण जाधव की मां, अपने बेटे से मुलाकात करने के लिए इस्लामाबाद में मौजूद थीं, उस वक्त पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें अपना मंगलसूत्र उतारने के लिए कहा. ऐसा सुनते ही नम आंखों से कुलभूषण जाधव की मां ने, पाकिस्तानी अधिकारी से कहा, कि ये मंगलसूत्र उनके सुहाग की निशानी हैं, इसे ना उतारें. जिसके जवाब में, पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा, कि उन्हें उपर से Order है. यानी वो मुलाकात भले ही, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के Office में हो रही थी.लेकिन, Order कहीं और से आ रहा था. वो जगह, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का Office भी हो सकता है...या फिर पाकिस्तान की सेना का कोई Command Center भी हो सकता है.

अब आप खुद सोचिए, कि जब कमांडर जाधव की मां बिना मंगलसूत्र पहने और बिना बिंदी लगाए, उनके सामने पहुंची होंगी, तो उन्हें क्या लगा होगा ? कमांडर जाधव का पहला सवाल ही ये था...कि बाबा कैसे हैं ? क्योंकि, उन्हें ऐसा शक हो गया था, कि पाकिस्तान की गिरफ्त में रहने के दौरान कहीं कोई अशुभ घटना तो नहीं हो गई. कहीं उनके पिता को कुछ हो तो नहीं गया.

ऐसी घड़ी में किसी की भी हिम्मत उसका साथ छोड़ देती हैं. लेकिन, इसके बावजूद कमांडर जाधव की मां और उनकी पत्नी ने हौसला बनाए रखा. इस मुलाकात के दौरान और भी कई ऐसी बातें हुईं, जिनके बारे में आपको जानकारी नहीं होगी. इसलिए, आप ध्यान से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा कही गई एक-एक बात सुनिए. आज कमांडर जाधव को और उनके परिवार को आपके साथ की ज़रुरत है. 
  
पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान के पत्रकारों ने किस तरह की हरकतें कीं.ये हम आपको दिखा चुके हैं.. लेकिन पाकिस्तान में भी सारे पत्रकार ख़राब नहीं हैं.वहां कुछ संवेदनशील और समझदार पत्रकार भी मौजूद हैं.जो पूरी ईमानदारी से अपना काम करते हैं. आज हम आपको एक ऐसे पाकिस्तानी पत्रकार की बातें सुनाएंगे. जिसने अपनी आंखों से पाकिस्तानी अधिकारियों और अपने साथी पत्रकारों को शालीनता की सारी सीमाएं तोड़ते हुए देखा. WION चैनल के इस पत्रकार ने जो खुलासा किया है, वो ना सिर्फ हैरान कर देने वाला है.बल्कि उससे पाकिस्तान की नीयत पर भी कई गंभीर सवाल खड़े होते हैं. इस पत्रकार का नाम है ताहा सिद्दीक़ी

ताहा ने अपने लेख में लिखा है, कि इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के बाहर जो कुछ भी हुआ, वो बहुत अशोभनीय था. अपने साथी पत्रकारों के बारे में उन्होंने लिखा है, कि कमांडर जाधव की मां और पत्नी के वहां पहुंचने से लेकर.बाहर निकलने तक, ज़्यादातर पत्रकारों का व्यवहार अमर्यादित था. इनमें से कई पत्रकार ऐसे थे, जो पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की Briefings में अक्सर जाया करते थे. लेकिन, 25 दिसम्बर को, मुलाकात वाले दिन इन सभी पत्रकारों ने Reporting की तमाम नैतिकताओं की धज्जियां उड़ा दीं.

उन्होंने लिखा है, कि एक पत्रकार होने के नाते सवाल पूछना सबका हक होता है. लेकिन उस दिन पाकिस्तान के पत्रकार सवाल नहीं पूछ रहे थे. वो चिल्लाते हुए सिर्फ और सिर्फ आरोप लगा रहे थे, भद्दी भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे और नारेबाज़ी कर रहे थे.  Wion चैनल के इस पत्रकार ने अपने लेख में ये भी लिखा है.कि पाकिस्तानी पत्रकारों ने कमांडर जाधव की मां से पूछा.कि एक आतंकवादी की मां होना कैसा लगता है ? एक और पत्रकार ने कुलभूषण जाधव की पत्नी से पूछा, कि क्या आप सैकड़ों लोगों की हत्या करने वाले पति का समर्थन करती हैं ? और एक दूसरे पत्रकार ने चिल्लाकर कहा, कि क्या आपको कमांडर जाधव की हरकतों पर शर्म नहीं आती ?

कोई भी समझदार व्यक्ति यही कहेगा, कि ये पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल नहीं थे.बल्कि पहले से Fix किए गए आरोप थे. जिसकी Script, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में लिखी गई थी. ताहा सिद्दीक़ी ने, पाकिस्तान के एक सरकारी अधिकारी को कुछ पत्रकारों से ये कहते हुए सुना, कि जब कमांडर जाधव का परिवार, मुलाकात ख़त्म करके बाहर आएगा, तो उन्हें उनसे बातचीत का मौका दिया जाएगा. और इसके बाद बिल्कुल ऐसा ही हुआ. बाहर निकलते ही, गाड़ी को जानबूझकर Delay किया गया. जिससे कुछ पत्रकारों को एजेंडा चलाने का मौका मिल गया. और जैसे ही, कमांडर जाधव की मां और पत्नी वहां से बाहर निकले...पाकिस्तानी पत्रकार....पाकिस्तान ज़िन्दाबाद के नारे लगाने लगे. 

अपने लेख में ताहा सिद्दीक़ी ने ये भी लिखा है, कि वहां पर कई दूसरे पत्रकार तो ऐसे थे, जिन्हें अपनी हरकतों पर शर्म नहीं आ रही थी. और सब हंसते और मुस्कुराते हुए एक दूसरे को बधाई दे रहे थे. और बाद में इन सभी पत्रकारों को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से एक बधाई संदेश भी भेजा गया.  Whats App पर भेजे गए Message में लिखा था.आप सभी का धन्यवाद. आप सबने एक ज़िम्मेदार मीडिया होने का परिचय दिया. अब ये Fixing नहीं.. तो और क्या है ? हालांकि Wion चैनल के इस पत्रकार ने सभ्य और संवेदनशील पत्रकारिता को ज़िन्दा रखा है और Social Media के ज़रिए अपने साथी पत्रकारों की हरकतों पर नाराज़गी जताई है. लेकिन, ये सच्चाई, पाकिस्तान में कुछ लोगों को अच्छी नहीं लग रही. और अब ताहा सिद्दीक़ी को Social Media पर Troll किया जा रहा है. वैसे, ये पाकिस्तान के दामन पर लगा एक बहुत गहरा दाग है.

वर्ष 2017 में 180 देशों के World Press Freedom Index में पाकिस्तान 139वें स्थान पर है. पाकिस्तान को पत्रकारों के लिए दुनिया का सबसे ख़तरनाक देश माना जाता है. वहां एजेंडा चलाने वाले पत्रकारों को गले लगाया जाता है.. जबकि सच्ची और संवेदनशील पत्रकारिता करने वालों को Troll किया जाता है.

ये वही पाकिस्तान है, जिसके संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ने किसी ज़माने में ये कहा था...कि दुनिया में दो प्रकार की शक्तियां होती हैं. पहली तलवार और दूसरी कलम. लेकिन, इन दोनों से ज़्यादा शक्तिशाली एक और ताकत होती है. और वो ताकत है महिला.  लेकिन, ऐसा लगता है, कि पाकिस्तान अब एक ऐसे मुकाम पर आकर खड़ा हो गया है...जहां उसे ना तो अपने संस्थापक द्वारा कही गई बातों का सम्मान करना आता है...और ना ही उसे इस बात की समझ है कि सभ्य समाज में कैसे व्यवहार किया जाता है.  बड़े-बुज़ुर्गों की भाषा में कहें.. तो पाकिस्तान को कमांडर जाधव की मां और पत्नी का शाप.. एक ना एक दिन ज़रूर लगेगा.

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