ZEE जानकारीः भारत की राष्ट्रीय औषधि कौन सी है?
Advertisement

ZEE जानकारीः भारत की राष्ट्रीय औषधि कौन सी है?

आपने राष्ट्रीय फूल के बारे में सुना होगा . आपने राष्ट्रीय पक्षी के बारे में सुना होगा . 

ZEE जानकारीः भारत की राष्ट्रीय औषधि कौन सी है?

क्या आप जानते हैं कि भारत की राष्ट्रीय औषधि कौन सी है ? आपने राष्ट्रीय फूल के बारे में सुना होगा . आपने राष्ट्रीय पक्षी के बारे में सुना होगा . आपने राष्ट्रीय पशु के बारे में भी सुना होगा . लेकिन देश में पहली बार राष्ट्रीय औषधि यानी राष्ट्रीय दवा के रूप में.... गिलोय को Promote किया जा रहा है. भारत सरकार के आयुष विभाग ने ये तय किया है कि गिलोय के फायदों को आम लोगों तक पहुंचाया जाए . ताकि इसे राष्ट्रीय औषधि के रूप में दुनिया भर में पहचान मिल सके . आपमें से बहुत से लोगों ने गिलोय का नाम सुना होगा . गिलोय मुख्य रूप से एक वनस्पति है जिससे आयुर्वेद में कई गंभीर बीमारियों का इलाज किया जाता है . अपने खास गुणों की वजह से गिलोय को आयुर्वेद में गुणुची और अमृता भी कहा जाता है .

होम्योपैथी में भी गिलोय से ख़ास दवाएं तैयार की जाती है . जिससे जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां जैसे डायबिटीज, एलर्जी और अस्थमा का इलाज किया जाता है . पौराणिक कथाओं में भी गिलोय का उल्लेख मिलता है . माना जाता कि लंका में भगवान राम और रावण के युद्ध के दौरान भगवान राम की सेना के कई वानर मारे गये थे . जिन्हें दोबारा जीवित करने के लिए श्रीराम ने अमृत वर्षा का आह्वान किया . इसके बाद आकाश से अमृत वर्षा हुई जिससे वानर जीवित हो गये. प्रतीकात्मक कथाओं में ये भी कहा गया कि अमृत वर्षा की जो बूंदें ज़मीन पर गिरीं वहां गिलोय के पौधे उग आए . यानी अगर इस कथा के चमत्कारों को एक तरफ रख दिया जाए.. तो भाव ये है कि गिलोय के गुण, अमृत के समान हैं.

यहां आपको ये भी जानना चाहिए कि गिलोय को गुणों का भंडार क्यों कहा जाता है और इससे किस तरह की बीमारियों का इलाज किया जा सकता है . गिलोय मुख्य रूप से immune systems को अच्छा बनाता है . इसमें anti-allergic, anti-inflammatory, anti-oxidants और anti-diabetic तत्व मौजूद होते हैं . कुल मिलाकर मानव शरीर के हर अंग के लिए गिलोय एक लाभकारी औषधि है . 

गुजरात के एक आयुर्वेद विश्वविद्यालय में Lifespan यानी जीवन चक्र को बढ़ाने की विधियों पर एक रिसर्च किया गया . इस रिसर्च में कुछ मक्खियों पर 30 दिन तक गिलोय पाउडर का इस्तेमाल किया गया . आपको जानकर हैरानी होगी कि इससे मक्खियों का जीवनकाल 85 दिन का हो गया . आमतौर पर मक्खियों का जीवनकाल 25 से 30 दिन का होता है . बाद में इस रिसर्च को Netherlands के एक healthcare journal में प्रकाशित किया गया . 

डेंगू और मलेरिया जैसे बुखार को ठीक करने के लिए बहुत से एक्सपर्ट गिलोय लेने की सलाह देते हैं . Type 2 डायबिटीज से पीड़ित रोगियों का शुगर लेवल ठीक करने के लिए गिलोय के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है . इससे शरीर में इंसुलिन हॉर्मोन बनने में मदद मिलती है जिससे शुगर लेवल ठीक रहता है . अच्छी बात ये है कि गिलोय को दैनिक जीवन में भी तय मात्रा में लिया जा सकता है . आयुर्वेद के कुछ आचार्य इसे Super Food यानी शक्तिशाली खाद्य पदार्थ मानते हैं . वैसे इस लिस्ट में आंवला, हल्दी, Aloe Vera और सूखी अदरक को भी रखा गया है . ये सारी चीज़े मानव शरीर को स्वस्थ बनाने में मदद करती हैं . लेकिन इनमें गिलोय का स्थान सबसे ऊपर है . आज हमने गिलोय की शक्ति पर एक रिपोर्ट तैयार की है. इसे देखने से आपके पूरे परिवार को लाभ होगा.

यहां आपको बता दें कि गिलोय का पौधा लगाना बहुत आसान है . ये किसी भी मौसम में लगाया जा सकता है और इसे विशेष देखभाल की ज़रूरत नहीं होती . पान के पत्ते जैसा दिखने वाला ये पौधा एक बेल के रूप में किसी भी पेड़ पर अपनी जगह बना लेता है . यानी ये बहुत आसानी से उपलब्ध है .

भारतीय आयुर्वेद की औषधियों में ऐसे कई गुण हैं जिनके बारे में आम लोगों को कोई जानकारी नहीं है . प्रचार और प्रसार की कमी की वजह से इनके फायदे लोगों तक नहीं पहुंच पाते. जबकि दूसरी तरफ अमेरिका जैसे विकसित देश.. हमारे ही देश की जड़ी बूटियों को पेटेंट करवाकर उनसे लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं. अब वक़्त आ गया है जब हमें अपनी विरासत को संभालना होगा और उसे उचित सम्मान देना होगा. तभी भारत सही मायने में विश्व गुरु बन पाएगा.

Trending news