नई दिल्ली:  कोरोना वायरस की तीसरी लहर से निपटने के लिए दिल्ली में  स्वास्थ्य सहायकों की भर्ती की योजना है. इसके लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू हो गया है. सिर्फ चार दिनों के अंदर डेढ लाख लोगों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए आवेदन दिया है. अब गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के साथ मिलकर दिल्ली सरकार इन युवाओं की ट्रेनिंग शुरू करेगी. पहले बैच में 500 प्रशिक्षु शामिल होंगे. 


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मिलेगी इन चीजों की ट्रेनिंग
अगर ट्रेनिंग की बात करें, तो दिल्ली सरकार ने इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय को पांच करोड़ रुपये दिए हैं. ट्रेनिंग के दौरान अभ्यर्थियों को  जीवन रक्षक, हृदय कार्यप्रणाली, कोविड केयर, रक्त परीक्षण, सैम्पलिंग, प्राथमिक चिकित्सा सहायता, घर पर देखभाल  की जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा ऑक्सीजन , रक्तचाप मापने और सूई लगाने के तौर तरीके सिखाये जाएंगे. 


दो चरण में मिलेगी ट्रेनिंग 
ट्रेनिंग भी दो चरणों में दी जाएगी. ,पहले चरण में प्रदर्शनात्क प्रशिक्षण होगा जबकि दूसरे चरण में प्रशिक्षुओं को व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जाएगा. दिल्ली के 9 अस्पतालों का चयन किया गया, जहां व्यावहारिक ट्रेनिंग दी जाएगी. 


जरूरत होने पर दिया जाएगा काम
दरअसल, सरकार इन प्रशिक्षित युवाओं को नौकरी जरूरत होने पर देगी. जब स्थिति खराब होगी, तो ये सहायक डॉक्टर्स और नर्सेज़ की मदद करेंगी. इन काम के हिसाब से भुगतान दिया जाएगा. दिल्ली सरकार 500-500 के बैच में प्रशिक्षण देगी और वह कुल 5000 युवाओं को प्रशिक्षण देगी. प्रशिक्षण पूरा हो जाने पर सर्टिफिकेट के साथ रक्तचाप निगरानी उपकरण, थर्मामीटर, एवं ऑक्सीमीटर उपकरण भी दिए जाएंगे. साथ में एक मेडिकल किट भी मिलेगा. 


Inputs with PTI