क्या कर्नाटक की गद्दी पर ढाई साल बाद कांग्रेस अपना मुख्यमंत्री बैठाएगी?
कुमारस्वामी कल यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे एवं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे.
बेंगलुरु: मुख्यमंत्री बनने जा रहे जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने इन खबरों को खारिज किया कि उनकी पार्टी अपनी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के साथ 30-30 महीने के लिए सत्ता साझा करने के फॉर्मूले पर काम कर रही है. उन्होंने कहा, "इस तरह की कोई बात नहीं हुई है." कुमारस्वामी से कांग्रेस के साथ 30-30 महीने के लिए सत्ता साझा करने के फॉर्मूले से संबंधित खबरों के बारे में पूछा गया. मीडिया के एक वर्ग में खबरें थीं कि दोनों दल बारी - बारी से सरकार का नेतृत्व करने के फॉर्मूले पर बात कर रहे हैं.
वर्ष 2006 में बीजेपी और जेडीएस ने बारी - बारी से 20-20 महीने के लिए गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने का समझौता किया था. कुमारस्वामी ने इस समझौते के तहत जनवरी 2006 से बीजेपी - जेडीएस गठबंधन सरकार का नेतृत्व किया था. लेकिन जब सरकार का नेतृत्व करने के लिए बीजेपी की बारी आई तो कुमारस्वामी समझौते से मुकर गए और बीएस येदियुरप्पा को सत्ता सौंपने से इनकार कर दिया.
नतीजा यह निकला कि सरकार गिर गई. इसके बाद 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने दम पर सरकार बनाई और येदियुरप्पा दक्षिण में भगवा पार्टी की पहली सरकार के मुख्यमंत्री बने. राजराजेश्वरी और जयनगर सीटों पर चुनाव के बारे में कांग्रेस नेताओं के साथ बातचीत होने संबंधी खबरों को कुमारस्वामी ने फर्जी बताया. उन्होंने कहा, "यह फर्जी खबर है...इस तरह की कोई चर्चा नहीं हुई है. राजराजेश्वरी नगर और जयनगर को जीतना एक आवश्यकता है. अब तक ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है."
कुमारस्वामी बाद में मंदिर दर्शन के लिए तमिलनाडु रवाना हो गए. राजराजेश्वरी नगर में चुनावी कदाचार की शिकायतों के चलते मतदान टाल दिया गया था, जबकि जयनगर सीट पर बीजेपी उम्मीदवार के निधन के चलते मतदान स्थगित कर दिया गया था.
कांग्रेस के नेता भी कल दिल्ली जाएंगे
कर्नाटक में कांग्रेस के नेता गठबंधन साझीदार जेडीएस के साथ राज्य में सरकार गठन संबंधी प्रक्रिया पर आलाकमान से चर्चा करने के लिए कल दिल्ली रवाना होंगे. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जी परमेश्वर ने कहा, "हमारे सीएलपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, मैं खुद और डीके शिवकुमार कल दिल्ली के लिए रवाना होंगे और सरकार गठन की प्रक्रिया के बारे में (कांग्रेस अध्यक्ष) राहुल गांधी और सोनिया गांधी से बातचीत करेंगे." गठबंधन सहयोगी के बीच विभागों के बंटवारे संबंधी एक सवाल पर उन्होंने कहा, "कल चर्चा हो जाने तक हर चीज अटकलें हैं."