कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा को 112 सीट का बहुमत साबित करने के लिए अभी 8 विधायक और चाहिए. इस बीच कांग्रेस के बेल्लारी से विधायक आनंद सिंह का पता नहीं चल रहा है और निर्दलीय विधायक एन. शंकर पहले से ही बीजेपी के कैंप में नजर आ रहे हैं.
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नई दिल्ली: कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद अब उन्हें विधानसभा में 15 दिन में बहुमत साबित करना है. बीजेपी के पास अभी 104 विधायक हैं, जो पार्टी टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. उन्हें 112 सीट का बहुमत साबित करने के लिए अभी 8 विधायक और चाहिए. इस बीच कांग्रेस के बेल्लारी से विधायक आनंद सिंह का पता नहीं चल रहा है. कांग्रेस के दिग्गज नेता डीके सुरेश ने कहा कि आनंद सिंह को छोड़कर बाकी सभी कांग्रेसी विधायक हमारे साथ हैं, लेकिन उनका पता नहीं चल रहा. माना जा रहा है कि वह बीजेपी के साथ चले गए हैं. उधर रानेबेन्नुर सीट से जीते निर्दलीय विधायक एन. शंकर पहले से ही बीजेपी के कैंप में नजर आ रहे हैं. राजनीतिक पंडित ये कयास लगा रहे हैं कि संभवत: ये दोनों विधायक बीजेपी के साथ चले गए हैं. इससे पहले कुमारस्वामी ने दावा किया था कि बीजेपी के लोग उनके विधायक तोड़ने में लगे हुए हैं.
Independent MLAs hamare touch mein hain, kaam ho jaega: BJP MLA B. Sriramulu on being asked about proving majority in floor test #Karnataka pic.twitter.com/7p0h48oHg9
— ANI (@ANI) May 17, 2018
Congress MLAs arrive at #EagletonResort in Bengaluru. #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/69wqVp5O02
— ANI (@ANI) May 17, 2018
सभी दलों ने उतारे अपने-अपने महारथी
बीजेपी को बहुमत साबित करने के संकट से निकालने में बेल्लारी से रेड्डी बंधु मदद कर सकते हैं. उनके सहयोगी बी. श्रीरामुलु को भी अभूतवपूर्व सहयोगी माना जा रहा है. अब तक चुनाव में इन दिग्गजों ने ही बीजेपी को सबसे बड़े दल के रूप में उभारा है. ये रेड्डी बंधु 2008 में भी बीजेपी के लिए संकटमोचक बने थे और पार्टी की सरकार राज्य में बनवाने में मददगार बने थे. वहीं कांग्रेस की ओर से डीके शिवकुमार, जिनके रिजॉर्ट में 2017 में राज्यसभा चुनाव के दौरान पार्टी के गुजरात के 43 विधायक ठहरे थे, हालात को कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के पक्ष में लाने के लिए प्रयासरत हैं. जेडीएस की ओर से रीयल एस्टेट बिजनेसमैन और सांसद कुपेंद्र रेड्डी ने मोर्चा संभाल रखा है.
All of us saw how PM Modi misused the office of Governor in Tamil Nadu. The same has been done in Karnataka. This is totally against democracy and rule of law. We condemn it: MK Stalin, DMK pic.twitter.com/FbSn1Aec3Z
— ANI (@ANI) May 17, 2018
विपक्ष के विधायकों को विश्वास मत से दूर करने में जुटी बीजेपी
इंडियन एक्सप्रेस ने कांग्रेस के एक सूत्र के हवाले से कहा कि बीजेपी ने बेल्लारी से कांग्रेस विधायक आनंद सिंह और बी नागेंद्र से संपर्क किया है. श्रीरामुलु ने शायद इसी आधार पर बुधवार को दावा किया था कि उसे बहुमत साबित करने में जरा भी दिक्कत नहीं होगी. यह भी खबर है कि बीजेपी उन विधायकों से भी संपर्क में है जिनका पार्टी से पहले वास्ता रहा है. बीजेपी एक और रणनीति पर काम कर रही है वह यह कि अगर विश्वास मत के खिलाफ विपक्षी दल के कुछ विधायक वोट न करें तो भी उसे बहुमत साबित करने में मदद मिलेगी. बेल्लारी से एक अन्य विधायक भीमा नायक से बीजेपी के संपर्क साधने की बात सामने आई है.
It is a conspiracy to destroy the constitution made by Baba Saheb Ambedkar, since they (BJP) came to power they have been misusing government machinery, thereby attacking democracy : BSP chief Mayawati on BJP's BS Yeddyurappa being sworn in as Karnataka CM pic.twitter.com/8AWBOJRbnB
— ANI (@ANI) May 17, 2018