सफारी सूट के अलावा कुछ नहीं पहनते बी एस येदियुरप्पा, ऐसे अकेले मुख्यमंत्री
Advertisement

सफारी सूट के अलावा कुछ नहीं पहनते बी एस येदियुरप्पा, ऐसे अकेले मुख्यमंत्री

कर्नाटक में बीजेपी के सबसे बड़े चेहरे बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बन गए हैं. येदियुरप्पा ही वो चेहरा हैं जिसके बूते बीजेपी बहुमत के करीब पहुंच गई है. 

कर्नाटक की राजनीति से जुड़े येदियुरप्पा लंबे समय से सिर्फ सफारी सूट पहनते हैं.

नई दिल्ली: कर्नाटक में बीजेपी के सबसे बड़े चेहरे बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बन गए हैं. येदियुरप्पा ही वो चेहरा हैं जिसके बूते बीजेपी बहुमत के करीब पहुंच गई है. दक्षिण भारत में बीजेपी दूसरी बार सत्ता में आती दिख रही है और इस कामयाबी के पीछे हैं येदियुरप्पा. 2008 में भी येदियुरप्पा ने 'ऑपरेशन लोटस' के जरिए सत्ता हासिल की थी. उस चुनाव में बीजेपी ने 110 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. येदियुरप्पा दक्षिण में पहली बार कर्नाटक में बीजेपी की सरकार के रूप में कमल खिलाने वाले नायक बने थे. अब 2018 में उन्होंने एक बार फिर बीजेपी की सत्ता में वापसी लगभग सुनिश्चित कर दी है. लेकिन, येदियुरप्पा की एक खासियत इसके पीछे है. येदियुरप्पा सिर्फ सफारी सूट पहनते हैं. लेकिन क्यों? आइये जानते हैं.

  1. येदियुरप्‍पा अपने ड्रेस कोड को लेकर बहुत सतर्क रहते हैं
  2. पहली बार विधायक बनने पर सफारी सूट पहनना शुरू किया
  3. सार्वजनिक जीवन में सफारी के अलावा कुछ और नहीं पहनते

कपड़ों को लेकर बेहद सतर्क
येदियुरप्‍पा अपने ड्रेस कोड को लेकर बहुत सतर्क रहते हैं. 1983 में पहली बार विधायक बनने के बाद से उन्‍होंने हल्के सफेद रंग का सफारी सूट पहनना शुरू किया. तब से आज तक सार्वजनिक जीवन में उन्‍होंने कोई और कपड़ा नहीं पहना है. यहां तक की एक बार कन्‍नड़ कॉन्फ्रेंस के लिए उन्‍हें अमेरिका जाना पड़ा. इस कॉन्फ्रेंस के लिए उनके परिवार वालों ने उन्‍हें एक सूट पैक करके दिया. लेकिन, येदियुरप्‍पा ने पूरा सूट नहीं पहना, सिर्फ ब्‍लेजर ही पहना.

मालिक की बेटी से 'क्लर्क' येदियुरप्पा ने की थी शादी, मिलती थी सिर्फ 300 रुपए सैलरी

ये हैं येदियुरप्पा की पसंद
कर्नाटक की राजनीति से जुड़े येदियुरप्पा लंबे समय से सिर्फ सफारी सूट पहनते हैं. उनके पहनावे में ज्यादातर शर्ट और ट्राउजर होती है. इसके अलावा सफारी का ही कुर्ता-पजामा और जुबा-धोती शामिल हैं. यदियुरप्पा ज्यादातर शर्ट और ट्राउजर में ही नजर आएंगे. सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट के कर्मचारियों के साथ काम करते हुए उनकी पहली पसंद यही हुआ करता था. इसके बाद आरएसएस के प्रचारक के रूप में वह सफेद शर्ट और खासी की शॉर्ट्स पहनते थे. राजनीति में पूरी तरह रमने के बाद वह सिर्फ सफारी सूट पहनते हैं.

सत्ता पाने के लिए ज्योतिषी के कहने पर येदियुरप्पा ने बदला था अपना नाम, ये थी वजह

धार्मिक कामों में लुंगी और धोती
येदियुरप्पा जब धार्मिक कार्यों से जुड़ते हैं या फिर जब मंदिरों में जाते हैं तो वह लुंगी और धोती पहनते हैं. पहली बार सीएम बनने पर शपथ ग्रहण के समय भी उन्होंने अपना ट्रेडमार्क सफारी सूट ही पहना था. दूसरी बार सीएम बनने पर उन्होंने सफारी के साथ ही कंधे पर हरे रंग का शॉल डाला था.

अकेले ऐसे मुख्यमंत्री
येदियुरप्पा अकेले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो बंद गले का सफारी सूट पहनते हैं. जबकि उनके पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल के मुख्यमंत्री लुंगी और धोती के साथ शर्ट पहनते हैं. आंध्र प्रदेश के दिवंगत मुख्यमंत्री याईएस राजशेखरा रेड्डी भी धोती के साथ जुब्बा पहनते थे. वहीं, केरल के वी. एस अच्युतानान्तन सफेद मुंडू और जुब्बा पहनते थे. वहीं तमिलनाडु में करुणानिधी लुंगी के साथ शर्ट पहनते हैं.

CM बनते ही येदियुरप्पा ने किसानों को दिया तोहफा, लेकिन कैसे कर पाएंगे इस पर अमल

पहली बार 7 दिन के लिए CM बने
येदियुरप्पा की बदौलत बीजेपी ने 2008 के विधानसभा चुनाव में जबर्दस्त जीत दर्ज की थी. हमेशा सफेद सफारी सूट में नजर आने वाले येदियुरप्पा नवम्बर 2007 में जनता दल (एस) के साथ गठबंधन सरकार गिरने से पहले भी 7 दिनों के लिए मुख्यमंत्री रहे थे.

राहुल बोले- BJP सांसद हमें बताते हैं, हम प्रधानमंत्री के सामने एक शब्द नहीं बोले सकते

'ऑपरेशन लोटस' से 2008 में कमल खिला
येदियुरप्पा ने कर्नाटक में 'ऑपरेशन लोटस' अभियान चलाया था. इस अभियान के जरिए बीजेपी ने राज्य में कमल खिलाया था. इसके लिए बीजेपी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को बीजेपी की नीतियों की बात करते थे. कमल को हिंदुत्व के प्रतीक के तौर पर भी पेश किया था. बीजेपी 'ऑपरेशन लोटस' दम पर ही 2008 में 224 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी बहुमत हासिल करने में सफल रही थी, लेकिन खनन क्षेत्र से जुड़े प्रभावशाली रेड्डी बंधु जनार्दन और करुणाकर उनके लिए परेशानी का सबब बने.

Trending news