सोनिया गांधी का मूल नाम एंटोनियो माइनो है. राजीव गांधी से शादी के बाद उन्होंने अपने जन्म के नाम को छोड़ दिया और सोनिया गांधी नाम अपना लिया.
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नई दिल्ली: 12 मई को कर्नाटक में होने जा रहे चुनावों से पहले कांग्रेस और बीजेपी के बीच चुनावी जंग आखिरी दौर में व्यक्तिगत विरोध के रूप में तब्दील होती जा रही है. इसी कड़ी में कर्नाटक बीजेपी ने मंगलवार को पूर्व सोनिया गांधी को उनके इतालवी नाम से संबोधित कर हमला किया. सोनिया गांधी का मूल नाम एंटोनियो माइनो है. राजीव गांधी से शादी के बाद उन्होंने अपने जन्म के नाम को छोड़ दिया और सोनिया गांधी नाम अपना लिया.
मंगलवार को बीजेपी की कर्नाटक यूनिट ने ट्वीट करते हुए कहा, ''अपने अंतिम दुर्ग को ढहने से बचाने के लिए श्रीमती एंटोनियो माइनो आज कर्नाटक आ रही है. मैडम माइनो, कर्नाटक को ऐसे किसी व्यक्ति से सीखने की जरूरत नहीं है जो भारत के 10 साल बर्बाद करने के लिए जिम्मेदार हो.'' इसके साथ ही इस ट्वीट में कांग्रेस से यह भी कहा गया कि आपकी 'आयातित' नेता की टिप्पणी के संबंध में इसके जरिये आपको याद दिला रहे हैं. दरअसल इसको कांग्रेस के हमले के जवाब में देखा जा रहा है.
Today, Ms. Antonio Maino is here in K'taka to save her last citadel from falling!
Madam Maino, K'taka needs no lessons from the person who was solely responsible for wasting India's 10 precious years.
And to Congress, need to remind you of your 'import' jibe? https://t.co/7NmhjuoMOM
— BJP Karnataka (@BJP4Karnataka) May 8, 2018
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कांग्रेस का हमला
दरअसल इससे पहले चार मई को जब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर्नाटक पहुंचे थे तो कांग्रेस ने उनको जन्म के नाम से संबोधित किया था. दरअसल योगी आदित्यनाथ का संन्यास लेने से पहले नाम अजय बिष्ट था. जब योगी आदित्यनाथ चार मई को कर्नाटक प्रचार के लिए गए तभी यूपी में आंधी/तूफान आने के कारण उनकी अनुपस्थिति की आलोचना होने लगी. इस बीच अपना चुनावी कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर वह वापस यूपी लौट गए. इस पर ही कांग्रेस ने कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया था, ''हमें प्रसन्नता है कि श्री अजय बिष्ट ने सीएम सिद्धारमैया से सुशासन के कुछ गुर सीखे हैं, इसलिए तो यूपी में जब लोगों को उनकी जरूरत है तो वे उनके पास पहुंच गए.''
We are glad that Mr Ajay Bisht was able to take some lessons of good governance from CM @siddaramaiah and is headed back to be with the people of Uttar Pradesh in their time of need. https://t.co/W9xd1VEEbO
— Congress (@INCIndia) May 4, 2018
दरअसल इसके साथ ही कांग्रेस ने बीजेपी पर प्रचार के लिए बाहर से नेताओं को बुलाने पर तंज कसा था. बीजेपी द्वारा सोनिया गांधी को उनके मूल नाम से संबोधित करने का मकसद 'आयातित नेता' की टिप्पणी के संबंध में जवाब के रूप में देखा जा रहा है.
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पीएम मोदी बनाम राहुल गांधी
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक चुनावों में सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा एक बार फिर उठा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों एक रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा था कि आप बस 15 मिनट अंग्रेजी, हिंदी या अपनी मां की मातृभाषा(इतालवी) में बिना कागज देखे बोलकर दिखाइए? दरअसल उससे पहले राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि यदि वह 15 मिनट संसद में बोलेंगे तो पीएम मोदी खड़े नहीं हो पाएंगे. उसी के जवाब में पीएम मोदी ने पलटवार करते हुए राहुल गांधी को यह चुनौती दी थी. राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक पीएम मोदी के उस भाषण में सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे की परोक्ष रूप से प्रतिध्वनि सुनाई देती है.