Medicinal Plants: बड़े काम के हैं ये औषधीय पौधे, घर में लगाएंगे तो कभी नहीं पड़ेंगे बीमार
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Medicinal Plants: बड़े काम के हैं ये औषधीय पौधे, घर में लगाएंगे तो कभी नहीं पड़ेंगे बीमार

Medicinal Plants: आयुर्वेद में कई ऐसे औषधीय पौधों के बारे में बताया गया है, जिनका इस्तेमाल बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है. अगर आप ये पौधे घर में लगाते हैं, तो आपको इसके कई फायदे मिलेंगे. 

Medicinal Plants: बड़े काम के हैं ये औषधीय पौधे, घर में लगाएंगे तो कभी नहीं पड़ेंगे बीमार

नई दिल्ली: आयुर्वेद (Ayurveda) में कई ऐसे औषधीय पौधों (Medicinal Plants) के बारे में बताया गया है, जिनका इस्तेमाल बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है. अगर आप ये पौधे घर में लगाते हैं, तो आपको इसके कई फायदे मिलेंगे. 

  1. हल्दी में एंटी कैंसर गुण होते हैं.
  2. कैमोमाइल के पौधे में एंटी एंजाइटी गुण होते हैं.
  3. टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल कई तरह की स्किन प्रॉब्लम्स में किया जाता है.
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​कैमोमाइल

कैमोमाइल के पौधे में एंटी एंजाइटी गुण होते हैं. औषधि के रूप में ये बेहद असरदार है. आमतौर पर लोग इसे टी फ्लेवर के रूप में जानते हैं. आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल दवाइयां बनाने में किया जाता है. इसे तरल पदार्थ, कैप्सूल या फिर टैबलेट के रूप में ले सकते हैं. PubMed Central की एक स्टडी के मुताबिक, एंजाइटी डिसऑर्डर में ये फायदेमंद होता है. इस बात का ध्यान रखें कि कुछ लोगों को इससे एलर्जी भी हो सकती है.

​टी-ट्री ऑयल

औषधीय गुणों से भरपूर टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल कई तरह की स्किन प्रॉब्लम्स में किया जाता है. ये मुहांसे पैदा करने वाले माइक्रोब्स के विकास को धीमा करने में सक्षम है. एसेंसिशल ऑयल के रूप में इसका इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल खाने या पीने के लिए नहीं किया जाता है. ये जहर के समान हो सकता है.

​हल्दी

हल्दी में एंटी कैंसर गुण होते हैं और यह डीएनए म्यूटेशन को रोक सकते हैं. एंटी इंफ्लामेटरी गुण होने की वजह से इसे सप्लीमेंट के रूप में भी लिया जाता है. गठिया के मरीजों के लिए ये बेहद फायदेमंद है.

एक स्टडी के अनुसार, हल्दी कई तरह के त्वचा रोगों और जॉइंट अर्थराइटिस को ठीक करने में मददगार है. हालांकि सप्लीमेंट के रूप में हल्दी का ज्यादा इस्तेमाल न करें. बहुत ज्यादा इस्तेमाल से पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं. 

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​लैवेंडर

दांतों से जुड़ी समस्या में लैवेंडर बहुत असरदार साबित होता है. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ न्यूरोसाइंस में छपी एक रिसर्च के अनुसार, लैवेंडर मूड को बहुत प्रभावित करता है. लैवेंडर में एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं, इसलिए इसका इस्तेमाल अरोमाथैरेपी में भी किया जाता है. हालांकि इस बात का भी ध्यान रखें कि इसके साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं. इसे लगाने पर त्वचा में हल्की जलन महसूस हो सकती है.

​अंगूर के बीज का अर्क

अंगूर के बीज के अर्क में एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होती हैं और ये बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. पैरों की नसों में खराब ब्लड सकुर्लेशन को ठीक करने में भी ये कारगर है. एक स्टडी के मुताबिक, अंगूर के बीज के अर्क के सेवन से कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है. हालांकि यह शरीर में आयरन के अवशोषण को कम कर सकता है. अगर आप खून पतला करने वाली दवाएं लेते हैं, तो सावधान रहें. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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