पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है. इस मौसम में ठंड के कारण हाथ-पैर सुन्न होना, नसों में चुभन और दर्द होना आम समस्याएं बन जाती हैं.
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पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है. इस मौसम में ठंड के कारण हाथ-पैर सुन्न होना, नसों में चुभन और दर्द होना आम समस्याएं बन जाती हैं. ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि हम अपने शरीर का खास ख्याल रखें और इन परेशानियों से राहत पाने के लिए सही उपाय अपनाएं. अगर आपके हाथ-पैर भी ठंड के कारण सुन्न हो रहे हैं या नसों में दर्द हो रहा है, तो घबराने की जरूरत नहीं.
आज हम आपको 5 ऐसे घरेलू उपाय बता रहे हैं, जिनसे आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं.
1. गर्म पानी से सेकाई करें
हाथ-पैर सुन्न होने पर सबसे आसान और असरदार उपाय है गर्म पानी से सेकाई करना. एक बाल्टी में गुनगुना पानी लें और उसमें अपने हाथ-पैर डुबोकर 10-15 मिनट तक रखें. इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा और नसों की जकड़न कम होगी. गर्म पानी नसों के दर्द को भी कम करने में मदद करता है.
2. सरसों के तेल से मसाज करें
सरसों का तेल शरीर को गर्मी प्रदान करता है और नसों के ब्लड फ्लो को बेहतर बनाता है. आप हाथ-पैरों की मालिश सरसों के तेल से कर सकते हैं. मालिश से न केवल सुन्नता दूर होगी, बल्कि दर्द और चुभन से भी राहत मिलेगी.
3. एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग करें
ठंड के मौसम में शरीर को एक्टिव रखना बेहद जरूरी है. सुन्नता और नसों की समस्या से बचने के लिए हल्की-फुल्की एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग करें. इससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होगा और शरीर में गर्मी बनी रहेगी. ध्यान दें कि एक्सरसाइज ज्यादा कठोर न हो, बल्कि धीरे-धीरे करें.
4. लहसुन और अदरक का सेवन करें
लहसुन और अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो नसों के दर्द को कम करने में मदद करते हैं. ठंड के दिनों में लहसुन की कुछ कलियां और अदरक की चाय आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती हैं. यह शरीर को अंदर से गर्म रखता है और नसों की सेहत को सुधारता है.
5. ढेर सारा पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें
ठंड में लोग अक्सर पानी पीना कम कर देते हैं, लेकिन शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है. पर्याप्त पानी पीने से खून का फ्लो सही रहता है और नसों की जकड़न कम होती है. आप सूप, गुनगुना पानी और हर्बल टी का सेवन करके भी शरीर में नमी बनाए रख सकते हैं.
ठंड में क्यों होती है यह समस्या?
ठंड के कारण शरीर का ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है, जिससे हाथ-पैरों की नसें सिकुड़ जाती हैं. इसका नतीजा यह होता है कि हाथ-पैर सुन्न पड़ने लगते हैं और नसों में चुभन व दर्द होने लगता है. इसके अलावा, शरीर का ज्यादा समय ठंडे माहौल में रहना भी इस समस्या को बढ़ा सकता है.
कब डॉक्टर से सलाह लें?
अगर घरेलू उपायों के बाद भी आपकी समस्या बनी रहती है या दर्द असहनीय हो जाता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. खासतौर पर अगर सुन्नता लंबे समय तक बनी रहे, तो इसे नजरअंदाज न करें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.