यह बात साफ हो चुकी है कि मच्छरों की सोच सेलेक्टिव होती है और वे हमारे शरीर की गंध, गर्मी और सांस से निकलने वाली गैस के आधार पर अपना शिकार चुनते हैं.
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अक्सर हम में से कई लोग शिकायत करते हैं कि "मुझे ही मच्छर क्यों ज्यादा काटते हैं? यह सवाल मजाक लग सकता है, लेकिन इसके पीछे एक गंभीर और वैज्ञानिक वजह छुपी है. बिल्कुल वैसे ही जैसे हम किसी खास स्वाद या गंध की चीजें पसंद करते हैं, मच्छर भी अपने शिकार को चुनते समय कुछ खास गंध या शरीर की गर्मी को प्राथमिकता देते हैं.
रॉकफेलर लैब की हालिया रिसर्च बताती है कि फीमेल मच्छर इंसान के शरीर से निकलने वाली गंध, गर्मी और कार्बन डाइऑक्साइड को महसूस कर अपना शिकार तय करती हैं. पहले यह माना जाता था कि मीठा खाना या लहसुन और केला खाने वालों को मच्छर ज्यादा काटते हैं, लेकिन अब शोध में यह साफ हुआ है कि असली वजह शरीर की गंध है, जो हमारी त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया और फैटी एसिड से जुड़ी होती है.
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मच्छरों की पसंद: शरीर की गंध
हमारे शरीर की त्वचा पर कई तरह के सूक्ष्म बैक्टीरिया होते हैं. ये बैक्टीरिया हमारे शरीर की गंध तय करते हैं. और यह गंध इस बात पर निर्भर करती है कि हम क्या खाते हैं. खासतौर पर हमारे खाने में शामिल तेल, नट्स, मछली और अंडा जैसे पदार्थों से शरीर में ऐसे फैटी एसिड बनते हैं जो हमारी गंध को प्रभावित करते हैं. मच्छर इस गंध को महसूस कर खुद तय करते हैं कि उन्हें किसे काटना है.
कार्बन डाइऑक्साइड और गर्मी का असर
मच्छर केवल गंध ही नहीं, बल्कि शरीर से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड और गर्मी को भी महसूस कर लेते हैं. इसलिए जिन लोगों को ज्यादा पसीना आता है या जिनकी बॉडी का टेम्परेचर ज्यादा होता है, उन्हें मच्छर ज्यादा काटते हैं.
मच्छरों से कैसे बचें ?
अगर आपको मच्छर ज्यादा काटते हैं तो खानपान में बदलाव. ज्यादा ऑयल या फैट वाले फूड्स कम खाएं. दिन में दो बार स्नान करें और हल्के परफ्यूम यूज करें. मच्छर भगाने वाले उपाय जैसे मच्छरदानी, मॉस्किटो रिपेलेंट अपनाएं. रात में हल्के कपड़े पहनें और कोशिश करें कि शरीर का ज्यादा हिस्सा ढका रहे.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.