कान का मैल साफ करने के लिए कॉटन बड्स का यूज खतरनाक, सुनाई देना हो जाएगा बंद, वैक्स निकालने का सही तरीका जान लें
Kaan Ki Safai: कान की सफाई के लिए कॉटन बड्स का इस्तेमाल खतरनाक साबित हो सकता है. इससे कान में ब्लॉकेज के साथ इंफेक्शन का खतरा होता है.
खाली बैठे होने पर लोग आमतौर पर कान की सफाई में लग जाते हैं, और इसके लिए इस्तेमाल करते हैं कॉटन बड्स जो कि कानों के लिए कई समस्याएं खड़ी कर सकता है.
हेल्थ एक्सपर्ट भी कान के मैल की सफाई के लिए कॉटन बड्स के इस्तेमाल की सलाह नहीं देते हैं. हालांकि यह बहुत सुविधाजनक होता है, लेकिन ये बड्स मैल को निकालने से ज्यादा इसे अंदर की ओर धकेल देते हैं, जिससे कान में कई तरह की समस्या पैदा हो सकती है, इसमें बहरापन भी शामिल हैं.
क्या होता है ईयर वैक्स?
कान के अंदर जमा पीला पदार्थ जिसे हम अक्सर मैल समझकर निकालने की कोशिश करते हैं, उसे ईयर वैक्स कहते हैं. इसे मेडिकल भाषा में सिरूमन भी कहा जाता है. यह कान के लिए अत्यधिक आवश्यक है और किसी भी तरह की गंदगी नहीं है. ईयर वैक्स कान के बाहरी हिस्से और कान नालिका की कोशिकाओं से निकलने वाले नेचुरल तेल से बनता है. यह कान को चोट, बैक्टीरिया, फंगस और पानी से सुरक्षित रखता है. साथ ही कान की नलिका में सूखने या दरार पड़ने से बचाता है.
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कान को सफाई की जरूरत नहीं!
कई लोग नहाने के बाद या कान में पानी जाने पर ईयरबड्स का इस्तेमाल करते हैं, यह सोचकर कि इससे कान साफ हो जाएंगे. लेकिन यह सही तरीका नहीं है. नहाने के दौरान पानी और साबुन का अक्सर कान में जमे हुए वैक्स को ढीला कर देता है, और वह खुद ही बाहर आ जाता है. इसके अलावा, जब हम बोलते हैं, जम्हाई लेते हैं या खाते हैं, तो हमारे जबड़े की मूवमेंट से भी कान का वैक्स बाहर आ जाता है. ऐसे में, ईयरबड्स का इस्तेमाल करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है.
कॉटन बड्स से कान की सफाई है खतरनाक
ईयरबड्स के उपयोग से कान में ब्लॉकेज हो सकता है, जिससे सुनने की क्षमता कम हो सकती है और कभी-कभी दर्द भी हो सकता है. इसके अलावा जब हम ईयरबड्स का इस्तेमाल करते हैं, तो वैक्स अंदर की ओर चला जाता है, जिसके कारण कई बार इंफेक्शन से अंदरूनी घाव भी बनने लगता है.
कान साफ करने का सही तरीका
कान की सफाई करने का सबसे सुरक्षित तरीका नेचुरल तेलों का उपयोग करना है. आप नारियल तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए नारियल तेल की कुछ बूंदें कान की नलिका में डालें और फिर सिर को एक तरफ झुका कर, एक तौलिये से कान को ढक लें. तीन मिनट तक लेटने के बाद, 3% हाइड्रोजन पेरोक्साइड की कुछ बूंदें कान में डालें और फिर 5 मिनट के बाद सिर को झुका कर सारे सॉल्यूशन और वैक्स को बाहर निकालने के लिए टिशू का इस्तेमाल करें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.