Bath Care Tips: रोज नहीं नहाने के भी हैं गजब के फायदे, जानकर छोड़ देंगे रोज नहाना!
Amazing benefits of not taking bath daily: ठंड के मौसम (Winter Season) में नहाना किसी को पसंद नहीं होता है. जबकि हमारे शरीर के लिए साफ-सफाई बेहद जरूरी होती है. हालांकि अपने देश में बहुत से लोग तो बस इसलिए रोज नहाते हैं, क्योंकि उनका मानना है कि रोज पूजा-पाठ करने के लिए नहाना बेहद जरूरी है. कुछ लोग कहते हैं कि रोज नहाना आपकी सेहत के लिए जरूरी है. वहीं क्या आप जानते हैं कि नहीं नहाने के भी कई सारे फायदे होते हैं? तो चलिए आज हम आपको बताते हैं रोज नहीं नहाने के फायदे और अगर आप नहाते भी हैं तो आपको किस तरह से नहाना चाहिए.
कुछ लोगों के गैजेट्स उनसे पहले उठ जाते हैं. ऐसे में अगर मोबाइल फोन और सोशल मीडिया के चक्कर में नहाने का टाइम नहीं मिलता है तो ये गलत बात है, वरना एक-दो दिन का गैप हो जाए तो पैनिक होने की जरूरत नहीं है.
नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल इनफार्मेशन (NCBI) में प्रकाशित शोध के अनुसार नहाने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है. एक स्टडी में रोज नहाने से लोगों को तनाव और अवसाद जैसे लक्षणों में कमी देखने को मिली. रोज नहाने के फायदों से कोई इनकार नहीं कर सकता है. लेकिन सर्दियों के मौसम में नहाने को लेकर कुछ सावधानियों को बरतना बेहद जरूरी है.
अक्सर हमने देखा है कि कुछ लोग 5 मिनट में फटाफट नहा कर निकल आते हैं और किसी-किसी को आधा घंटा तक लग जाता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक हेल्दी स्किन और गुड हेल्थ के लिए ड्राई स्किन वालों को 5 मिनट और ऑयली स्किन वालों को 8 से 10 मिनट तक नहाना सही होता है और याद रखें कि इस दौरान आप नॉर्मल पानी का इस्तेमाल करें.
अब आपके जहन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि कितनी बार नहाना सही है? ऐसे में आपको बता दें कि रिसर्च के अनुसार रोज नहीं नहाने से कुछ साइड इफेक्ट से आप बच सकते हैं. इसलिए आप सर्दियों के सीजन में जरूरत के हिसाब से या 1 दिन का गैप करके नहा सकते हैं. बहुत ज्यादा गर्म या ठंडा पानी आपकी स्किन को नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में पानी का टेंप्रेचर मेंटेन करने के बाद ही आपको नहाना चाहिए.
हल्के गर्म पानी से स्नान हमारे छिद्रों को खोलता है. ऐसे पानी से नहाने से बैक्टीरिया मरते हैं और प्रतिरक्षा में सुधार हो सकता है. ऐसे में नहाने के बारे में फैली भ्रांतियों के चक्कर में पड़ने के बजाए ठंड के इस सीजन में अपने शरीर की क्षमता का ध्यान रखते हुए ही नहाना चाहिए.
गर्म पानी से नहाने वालों के केराटिन स्किनसेल्स मर जाते हैं. जबकि रोज नहीं रहने वाले लोग अपने इस सेल्स को बचा लेते हैं.
रोज नहाने वाले लोग साबुन, शैंपू और शावर जेल का यूज करते हैं. इससे पीएच लेवल गड़बड़ होता है. लेकिन डेली नहीं नहाने वाले इस समस्या से बच जाते हैं.
हेल्दी स्किन के लिए ऑयल की परत और गुड बैक्टीरिया के बीच संतुलन होना जरूरी है. रोज नहाने से यह जरूरी जीवाणु जल्दी खत्म हो जाते हैं.
रोज नहाने से आपकी स्किन ड्राई हो सकती है. इसके साथ ही साबुन में केमिकल की मात्रा ज्यादा होने पर स्किन इन्फेक्शन या एलर्जिक रिएक्शन का जोखिम भी बढ़ जाता है. जबकि रोज नहीं नहाने वाले लोगों की स्किन मेंटन रहती हैं.
हेल्थ और लाइफ स्टाइल एक्सपर्ट्स के मुताबिक मानव शरीर में एंटीबॉडी बनाने और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए प्रतिरक्षा तंत्र को निश्चित मात्रा में कॉमन बैक्टीरिया सूक्ष्म जीवों की आवश्यकता होती है. रोज नहीं नहाने वालों में ये बरकरार रहते हैं. ऐसे में बीच-बीच में नहाने में ब्रेक हो जाने पर परेशान होने की जरूरत नहीं है. बस आपको इतना ध्यान देना होगा कि जिस दिन भी आपने नहीं नहाया है उसकी वजह से कोई स्मेल नहीं आना चाहिए.