डैंड्रफ के लिए मुख्य रूप से एक फंगस मालासेज़िआ ग्लोबोसा के कारण होता है. ये फंगस हमारी त्वचा और हमारे बालों का तेल सोख लेता है. ये ओलेइक एसिड प्रोड्यूस करता है, जिसकी वजह से त्वचा में खुजली हो सकती है. ये प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को भी रोक देता है जिसकी वजह से सिर की त्वचा से सूखी परतें निकलकर झड़ने लगती हैं.
डैंड्रफ की प्रॉब्लम तनाव के कारण भी हो सकती है. ठंडे मौसम में डैंड्रफ समस्या बढ़ जाती है, इसलिए इस मौसम में बालों का खास ख्याल रखें.ऑयली बालों की वजह से सिर की त्वचा चिपचिपी हो जाती है जिससे बालों में गंदगी जमा हो जाती है. ज्यादा तला-भुना खाने से भी सिर के बालों में तेल आ जाता है, जो रूसी का कारण बनता है. थायरॉइड की वजह से भी डैंड्रफ की समस्या होती हे. थायराइड से सिर की त्वचा रूखी हो जाती है और बाल टूटने और झड़ने लगते हैं.
वायु प्रदूषण डैंड्रफ की समस्या को और बदतर कर देता है. हालांकि सूर्य की यूवी किरणें इस स्थिति को नियंत्रित करने में मददगार हो सकती हैं. ऐसे में डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए स्कैल्प में तेल लगाना बिल्कुल भी अच्छा नहीं है. इससे बाल ज्यादा चिपचिपे हो जाएंगे. वहीं बालों में मौजूद फंगस प्राकृतिक तेल को सोखता है, इससे डैंड्रफ की समस्या बढ़ सकती है.
डैंड्रफ की समस्या की वजह से स्कैल्प में रूखापन महसूस होता है और खुजली की समस्या हो सकती है. अगर डैंड्रफ की समस्या बहुत अधिक है तो करीब एक महीने तक एंटी-डैंड्रफ शैंपू का इस्तेमाल करें.
एंटी फंगल शैंपू का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि इसका असर कुछ समय बाद नहीं रहता है. निश्चित अंतराल पर इसे बार- बार लगाते रहें. जिंक पाइरीथियोन, सैलीसीलिक एसिड, सेलेनियम सल्फाइड, कीटोकोनाजोल, कोल टार शैंपू का इस्तेमाल कर सकते हैं.
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