बेकरी आइटम्स, मिठाई, आर्टिफिशियल जूस और रिफाइनरी प्रोडक्ट्स के सेवन से बचें. शरीर में ब्लड ग्लूकोज का लेवल बढ़ने से आर्थराइटिस की प्रॉब्लम बढ़ जाएगी. इससे टिशूज में इंफ्लामेशन हो सकता है.
अगर आप खाने की चीजों में तेज नमक खाते हैं तो इससे जोड़ों में दर्द की समस्या बढ़ सकती है. खाने में नमक की कम या उचित मात्रा लें. इससे कैल्शियम का लेवल गिरेगा नहीं. इससे हड्डियों से जुड़े विकार और फ्रैक्चर का जोखिम भी कम होगा. नमक शरीर फ्लूड रिटेंशन की वजह बनता है और इससे जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या बढ़ सकती है.
कुछ लोगों को ग्लूटेन से एलर्जी होती है, राई, गेहूं, और जौ में ग्लूटेन काफी मात्रा में होता है. अगर आपको ग्लूटेन से एलर्जी है तो ये चीजें न खाएं. इससे शरीर में इंफ्लामेशन बढ़ सकता है. सर्दियों में जोड़ों में दर्द की समस्या से बचाव के लिए ग्लूटेन डाइट से दूरी बना लें.
रेड मीट या मटन खाने से परहेज करें क्योंकि, इसमें सैचुरेटेड फैट और ओमेगा 6 फैटी एसिड की बहुत ज्यादा मात्रा होती है. ये दोनों चीजें शरीर में इंफ्लामेशन को बढ़ा सकती हैं. इससे जोड़ों का दर्द बढ़ जाएगा.
आर्थराइटिस के मरीजों के लिए अल्कोहल का सेवन नुकसानदायक हो सकता है. एक स्टडी के मुताबिक, अल्कोहल का सेवन स्पाइनल स्ट्रक्चर को डैमेज करता है. इससे ऑस्टियोआर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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