बारिश के मौसम में आपको न सिर्फ खुद का ध्यान रखना चाहिए बल्कि अपने परिवार और आसपास के माहौल का भी ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि यदि आप ठीक रहे तो भी आसपास का संक्रमण आपके और आपके परिवार के लिए खतरनाक हो सकता है.
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नई दिल्ली: बारिश का मौसम यूं तो सुहावना होता है लेकिन यह कई बार आफत भी ले आता है. इस मौसम में आपको न सिर्फ खुद का ध्यान रखना चाहिए बल्कि अपने परिवार और आसपास के माहौल का भी ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि यदि आप ठीक रहे तो भी आसपास का संक्रमण आपके और आपके परिवार के लिए खतरनाक हो सकता है. आइए जानें और समझें कुछ ऐसी बातें जिनपर आपको गौर करना चाहिए.
1- बारिश के पानी में नहाना सबको अच्छा लगता है लेकिन बूंदों से कम से कम भीगना ही उचित है ताकि बीमारी से बचे रहें. इस मौसम में बारिश कभी भी हो सकती है या फिर हो सकता है कि कभी भी आपको एक शहर से दूसरे शहर जाना हो और जहां आप जा रहे हों वहां बारिश हो जाए. तो अच्छा तो यह होगा कि आप जब भी घर से बाहर निकलें तब साथ में छाता, रेनकोट जैसी चीजें अपने साथ में ले जाना न भूलें.
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2- खाने पीने के मामले में भी इस मौसम में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. आयुर्वेद में तो कहा जाता है कि बरसात में दही का इस्तेमाल न करें. ऐसे में अपनी एलर्जी और शारीरिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही दही का सेवन करें.
3- बारिश में भीग ही गए हैं तो घर में आते ही तुरंत गीले कपड़े बदलें और शरीर को सुखा लें. अदरक, तुलसी, लौंग, हर्ब्स और काली मिर्च डालकर चाय बनाएं और पिएं. नहीं तो कई बार एलर्जी होने की या ठंड लगने की संभावना रहती है.
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4- बारिश के मौसम में अपने आसपास के माहौल पर नजर रखें. जहां कहीं भी गंदगी दिखे तो कोशिश करें कि कूड़ा उठवा दें और साफ सफाई रखें. टूटे गमले, कूलर, टायर या अन्य सामान जिसमें पानी भरने की समस्या हो सकती हो, उसे हटा दें या उल्टा करके रख दें. यदि पानी भरा रहना जरूरी है तो मिट्टी का तेल जरूर डाल दें. इससे मच्छरों के पनपने की समस्या नहीं होती.
5- बारिश में भीगे हुए जूते, चप्पल नहीं पहनने चाहिए. फुटवियर के भीग जाने पर घर आते ही उसे खोलकर दीवार के सहारे खड़े कर देना चाहिए. ऐसे में जूतों से पानी निकल जाए यह बहुत जरूरी है. इसके बाद फिर इन्हें धूप निकल आने पर धूप में सुखा लें.