AAP का 'बेइंतहा लालच' गठबंधन पर बातचीत नाकाम होने के लिए जिम्मेदार: अरविंदर सिंह लवली
पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस के प्रत्याशी अरविंदर सिंह लवली ने कहा, 'आप को यह समझना चाहिए कि गठबंधन विभिन्न राज्यों के आधार पर किया जाता है.'
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नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली के बाहर भी गठबंधन करने की 'कभी न खत्म होने वाली चाहत’ के कारण कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी के बीच गठजोड़ पर वार्ता नाकाम हो गई.
पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में कांग्रेस के प्रत्याशी लवली का मुकाबला बीजेपी के गौतम गंभीर और आप की प्रत्याशी आतिशी मार्लेना से है. उन्होंने भरोसा जताया कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में पहले पायदान पर रहेगी. दिल्ली में चुनाव 12 मई को होना है.
दिल्ली में लोकसभा की सात सीटों के लिए पिछले हफ्ते कांग्रेस और आप के प्रत्याशी ने अपना-अपना नामांकन दाखिल कर दोनों दलों के बीच दिल्ली में किसी भी तरह के गठबंधन की संभावना पर विराम लगा दिया.
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि उनकी पार्टी का कैडर आप के साथ गठबंधन के लिए तैयार नहीं था जो दिल्ली के अलावा हरियाणा में भी सीट बंटवारे को लेकर समझौता चाहती थी.
'राहुल गांधी ने गठबंधन के लिए की थी हां'
लवली ने कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आप के साथ गठबंधन के लिए ‘हां’ की थी क्योंकि वह दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश को एक संदेश देना चाहते थे कि कांग्रेस सभी धर्मनिरपेक्ष लोगों को हर जगह साथ लेकर चलना चाहती है.’ 'लेकिन उनका (आप) लालच खत्म ही नहीं हो रहा था. आप को यह समझना चाहिए कि गठबंधन विभिन्न राज्यों के आधार पर किया जाता है.'
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में उनकी पार्टी का राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ गठबंधन है लेकिन गोवा में वह कांग्रेस के खिलाफ लड़ रही है. शीला दीक्षित नीत सरकार में लवली ने परिवहन, शिक्षा एवं शहरी विकास जैसे महत्त्वपूर्ण मंत्रालय संभाले थे.
बीजेपी और आप सरकारों पर साधा निशाना
लवली ने केंद्र की बीजेपी सरकार एवं दिल्ली की आप सरकार पर दिल्ली के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा,‘बीजेपी के खिलाफ भयंकर सत्ता विरोधी लहर है..चाहे वह जीएसटी, सीलिंग, महंगाई, बेरोजगारी का मुद्दा या नगर निगमों में भ्रष्टाचार का मामला हो.
'अगर आप की बात करें तो उन्होंने दिल्ली के लिए कुछ नहीं किया. क्योंकि उन्होंने 2015 विधानसभा चुनावों में 70 में से 67 सीटें जीती थी लेकिन हर चुनाव में उनका वोटिंग प्रतिशत कम हुआ है लेकिन कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है.'
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष लवली ने अनधिकृत कॉलोनियों के मुद्दे पर राजनीति करने को लेकर भी बीजेपी एवं आप पर हमला बोला.