गुजरात: बीजेपी में फूटे बगावत के सुर, इस सांसद ने कहा- करूंगा कांग्रेस के लिए प्रचार
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गुजरात: बीजेपी में फूटे बगावत के सुर, इस सांसद ने कहा- करूंगा कांग्रेस के लिए प्रचार

फतेपारा ने कहा कि उन्हें पूर्व मंत्री जयंती कवाडिया और विधायक धनजी पटेल के इशारे पर टिकट नहीं दिया गया है. 

फोटो साभार : Facebook

अहमदाबाद: गुजरात में सुरेंद्रनगर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद देवजी फतेपारा ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए उन्हें टिकट नहीं दिये जाने के लिए पार्टी के दो सहयोगियों को जिम्मेदार ठहराया है. बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए फतेपारा को टिकट देने से इनकार कर दिया है. बीजेपी ने शनिवार को 15 उम्मीदवारों की एक सूची जारी की थी जिसमें सुरेंद्रनगर सीट से फतेपारा को टिकट नहीं देकर उनके स्थान पर महेन्द्र मुंजपारा को टिकट दिया है.

फतेपारा ने कहा कि उन्हें पूर्व मंत्री जयंती कवाडिया और विधायक धनजी पटेल के इशारे पर टिकट नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे जयंती कवाडिया और धनजी पटेल के कहने पर टिकट देने से इनकार कर दिया गया. कवाडिया लम्बे समय से मेरे खिलाफ है. अब उन्हें धनजी पटेल का भी साथ मिल गया. दोनों मुंजपारा को लाना चाहते थे क्योंकि वे चाहते थे कि कोई ऐसा हो जो आज्ञाकारी हो, कोई ऐसा व्यक्ति जो उनके आदेशों का पालन करे.’’ 

फतेपारा ने दावा किया, ‘‘मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र और इसके लोगों के लिए बहुत कुछ किया है लेकिन इसके बावजूद मुझे टिकट नहीं देकर बीजेपी ने मेरे साथ अन्याय किया है.’’ उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा देने और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के लिए काम करने की चेतावनी दी. फतेपारा ने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में, मैं कोली समुदाय के नेताओं के साथ बैठक करूंगा. यदि मेरा समुदाय मुझे पार्टी से इस्तीफा देने के लिए कहेगा तो मैं उस आदेश का पालन करूंगा.’’ 

फतेपारा और मुंजपरा दोनों कोली समुदाय से है. पटेल और कवाडिया ने फतेपारा के आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया सुरेन्द्रनगर से मौजूदा सांसद को टिकट नहीं दिये जाने का निर्णय पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने लिया है. पटेल ने कहा, ‘‘मैं केवल एक विधायक हूं. मैं किसी को भी यह नहीं कह सकता हूं कि किसे टिकट दिया जाना चाहिए और किसे नहीं. इस तरह के निर्णय संसदीय बोर्ड लेता है.’’ अपने बचाव में कवाडिया ने कहा, ‘‘ये आरोप आधारहीन है. पार्टी टिकट दिये जाने और नहीं दिये जाने संबंधी निर्णय लेती है. मेरे पास इस तरह का कोई अधिकार नहीं है.’’

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