नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 में
जम्मू और कश्मीर की श्रीनगर संसदीय सीट से नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला ने 70050 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है. इस चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार फारुख अब्दुल्ला को कुल 106750 वोट मिले हैं. इस सीट पर फारुख अब्दुल्ला का सीधा मुकाबला पीडीपी के आगा सैयद मोहसीन से था. 106750 लाख वोटों के साथ आगा सैयद मोहसिन दूसरे पायदान पर रहे. वहीं, श्रीनगर से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे शेख खालिद जहांगीर को 4631 महज वोट हासिल हुए हैं. श्रीनगर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव 2019 में कुल 12 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे.
लोकसभा चुनाव 2019 में किसको मिले कितने वोट
लोकसभा चुनाव 2019 में
श्रीनगर संसदीय सीट से कुल 12 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे. जिसमें नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुला को सर्वाधिक 106750 वोट मिले हैं, जो कि कुल मतदान का करीब 57 फीसदी हैं. इसके अलावा, बीजेपी के शेख खालिद जहांगीर को 4631, पीडीपी के आगा सैयद मोहसिन को 36700, जम्मू और कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी के अब्दुल राशिद गनी को 791, जनता दल यूनाइटेड के शौकत हुसैन खान को 1250, शिवसेना के अब्दुल खलीक भट को 578, जम्मू और कश्मीर पीपुल्स कांफ्रेंस के इरफान राजा को 28773, राष्ट्रीय जनक्रांति पार्टी के नासिर अहमद लोन को 506 और मानवाधिकार नेशनल पार्टी के नासिर अहमद को 1507 वोट मिले. वहीं इस चुनाव में बिलाल सुल्तान, सज्जाद अहमद डार और अब्दुल राशिद निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में थे, इनको क्रमश: 1630, 613 और 1537 वोट मिले हैं.
- श्रीनगर से फारुख अब्दुल्ला ने दर्ज की है चौथी जीत
- पीडीपी के उम्मीदवार से था फारुख का सीधा मुकाबला
- श्रीनगर में तीसरे पायदान पर रहा बीजेपी का उम्मीदवार
श्रीनगर से नेशनल कांफ्रेंस ने जीते 13 में से 10 चुनाव
जम्मू और कश्मीर में पहला लोकसभा चुनाव 1967 में हुआ था. यहां बीते 52 सालों में अब तक कुल 13 लोकसभा चुनाव हुए हैं. जिसमें 2017 का उपचुनाव भी शामिल है. श्रीनगर संसदीय क्षेत्र के इन 13 चुनावों में से 10 चुनावों में नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है. वहीं नेशनल काफ्रेंस की इन दस जीतों में सात जीतें अब्दुल्ला परिवार के नाम रही. अब्दुल्ला परिवार से सबसे पहले बेगम अकबर जहां अब्दुल्ला ने 1977 में नेशनल कांफ्रेंस की टिकट पर चुनाव जीता था. 1980 में बेगम अकबर जहां अब्दुल्ला के बेटे फारुख अब्दुल्ला ने यहां से चुनाव जीता. इसके बाद, 1998, 1999 और 2004 के लोकसभा चुनाव में फारुख अब्दुल्ला के बेटे उमर अब्दुला सांसद चुने गए. 2009 और 2017 के उपचुनाव में फारुख अब्दुल्ला एक बार फिर श्रीनगर से सांसद बने.
2014 में पीडीपी ने पहली बार जीती श्रीनगर सीट
नेशनल कांफ्रेंस के इस गढ़़ से पीडीपी पहली बार 2014 के लोकसभा चुनाव में अपना परचम लहराने में कामयाब रही. इस चुनाव में पीडीपी के तारिक हमीद कर्रा ने 1,57,923 वोट हासिल कर जीत दर्ज थी. 2014 के लोकसभा चुनाव में फारुख अब्दुल्ला को 1,15,642 वोट मिले थे. वहीं बीजेपी के फयाज अहमद भट को सिर्फ 4467 वोटों से संतोष करना पड़ा था. इस चुनाव में 4979 मतदाताओं ने नोटा को अपना वोट दिया था. वहीं नौ प्रत्याशी ऐसे थे, जिन्हें एक फीसदी से भी कम वोट मिले. उल्लेखनीय है कि 2014 के इस लोकसभा चुनाव में कुल 14 प्रत्याशी चुनाव के मैदान में थे. वहीं 2017 के उपचुनाव में श्रीनगर संसदीय सीट से फारुख अब्दुल्ला एक बार फिर संसद पहुंचने में कामयाब रहे थे.
श्रीनगर संसदीय सीट से कब-कब कौन रहा सांसद
लोकसभा चुनाव (वर्ष) |
विजयी उम्मीदवार |
राजनैतिक दल |
1967 |
बख्शी गुलाम मोहम्मद |
नेशनल कांफ्रेंस |
1871 |
एसए शमीम |
निर्दलीय |
1977 |
बेगम अकबर जहां अब्दुल्ला |
नेशनल कांफ्रेंस |
1980 |
फारुख अब्दुल्ला |
नेशनल कांफ्रेंस |
1984 |
अब्दुल राशिक काबुली |
नेशनल काफ्रेंस |
1989 |
मोहम्मद सफी भट |
नेशनल काफ्रेंस |
1996 |
गुलाम मोहम्मद मीर मागामी |
कांग्रेस |
1998 |
उमर अब्दुल्ला |
नेशनल कांफ्रेंस |
1999 |
उमर अब्दुल्ला |
नेशनल कांफ्रेंस |
2004 |
उमर अब्दुल्ला |
नेशनल कांफ्रेंस |
2009 |
फारुख अब्दुल्ला |
नेशनल कांफ्रेंस |
2014 |
तारिक हामीद कर्रा |
पीडीपी |
2017 उपचुनाव |
फारुख अब्दुल्ला |
नेशनल कांफ्रेंस |
2019 |
फारुख अब्दुल्ला |
नेशनल कांफ्रेंस |