2014 में आई मोदी नाम की आंधी, 2019 में बन गई सुनामी...
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2014 में आई मोदी नाम की आंधी, 2019 में बन गई सुनामी...

बीजेपी ने ममता बनर्जी के गढ़ पश्चिम बंगाल में 42 में से 18 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है. जबकि राज्य की सत्ताधारी टीएमसी ने 23 सीटों पर जीत दर्ज की है.

पीएम मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए के सामने टीडीपी, कांग्रेस, सपा-बसपा, टीएमसी समेत सारे विरोधी दल पस्त हो गए.

लखनऊः लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha elections 2019) के नतीजों में बीजेपी गठबंधन को मिली प्रचंड बढ़त ने विपक्षी एकता की हवा निकाल दी है. गुजरात से लेकर पश्चिम बंगाल तक और हिमाचल प्रदेश से लेकर कर्नाटक तक में मोदी के नाम का डंका ऐसा बजा कि बहुमत का आंकड़ा कहीं पीछे रह गया. 2014 में आई मोदी नाम की आंधी 2019 में सुनामी बन गई और बड़े बड़े राजनीति धुरंधर पस्त हो गए. पश्चिम बंगाल में जहां बीजेपी ने 42 में से 18 सीटों पर बढ़त बनाकर दूसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. जहां एक तरफ राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात बीजेपी ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया तो वहीं और यूपी में बीजेपी के सामने सपा-बसपा गठबंधन की हवा निकल गई.

यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाराणसी लोकसभा सीट पर पिछली बार की अपेक्षा इस बार अधिक मतों के अंतर से जीत लगभग तय है. वाराणसी सीट पर 25 वें राउंड की मतगणना के बाद मोदी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा-बसपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी शालिनी यादव से चार लाख से अधिक मतों से बढ़त बनाये हुए हैं. आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव में मोदी ने वाराणसी सीट पर तीन लाख 71 हजार 784 मतों से जीत हासिल की थी. मोदी इस दफा 25 वें राउंड तक चार लाख 20 हजार मतों की बढ़त बना चुके हैं.

प्रदेश के लगभग सभी लोकसभा क्षेत्रों में मतगणना का आधा काम पूरा हो चुका है. कुछ सीटों को छोड़कर बाकी पर तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा अपने-अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से अब भी पीछे चल रहे हैं.

प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के मुताबिक लखनऊ से केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं गठबंधन प्रत्याशी पूनम सिन्हा से लगभग तीन लाख 10 हजार वोटों की बढ़त बनाये हुए हैं. अमेठी से मौजूदा सांसद कांग्रेस प्रत्याशी राहुल छठे दौर की मतगणना के बाद बीजेपी की स्मृति ईरानी से तकरीबन 19 हजार मतों से पीछे हो गये हैं.

गाजीपुर से बीजेपी उम्मीदवार और रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा गठबंधन उम्मीदवार अफजाल अंसारी से 64 हजार से ज्यादा मतों से पीछे चल रहे हैं. वहीं, शुरुआती रुझानों में पीछे चल रही सुलतानपुर से बीजेपी उम्मीदवार एवं केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी चंद्रभद्र सिंह से करीब 16 हजार मतों से आगे चल रही हैं.

रायबरेली से कांग्रेस प्रत्याशी सोनिया गांधी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी प्रत्याशी दिनेश सिंह से करीब एक लाख 57 हजार मतों से आगे हैं. इसके अलावा पीलीभीत से बीजेपी उम्मीदवार वरुण गांधी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से करीब दो लाख 39 हजार मतों से और इलाहाबाद से इसी पार्टी की प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी भी करीब एक लाख 39 हजार मतों से बढ़त बनाये हुए हैं.

मैनपुरी से सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के प्रेम सिंह शाक्य पर करीब 46 हजार मतों से बढ़त बना चुके हैं. वहीं, आजमगढ़ से पार्टी प्रत्याशी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बीजेपी के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी दिनेश लाल यादव निरहुआ से करीब एक लाख 45 हजार मतों से आगे चल रहे हैं.

हालांकि अखिलेश की पत्नी कन्नौज से सपा उम्मीदवार डिम्पल यादव शुरुआती रुझानों में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के सुब्रत पाठक से आगे चल रही थीं, मगर इस वक्त वह उनसे तकरीबन 24 हजार मतों से पिछड़ गयी हैं.केन्द्रीय मंत्री अपना दल नेता अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी गठबंधन के राम चरित्र निषाद पर दो लाख 14 हजार मतों की मजबूत बढ़त बना चुकी हैं.

मुजफ्फरनगर से गठबंधन प्रत्याशी रालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह बीजेपी के संजीव बालियान से 21 हजार से ज्यादा मतों से पीछे चल रहे हैं. सिंह के बेटे जयंत चौधरी बागपत से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के सत्यपाल सिंह से 1633 मतों के मामूली अंतर से आगे चल रहे हैं. उन्नाव से वर्तमान बीजेपी सांसद एवं प्रत्याशी साक्षी महाराज ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के अरुण शंकर शुक्ला पर चार लाख से ज्यादा मतों की बढ़त बना ली है.

(इनपुट एजेंसी भाषा से भी)

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