मुंबई नार्थ-ईस्ट सीट से BJP ने काटा किरीट सोमैया का टिकट, ये रही प्रमुख वजह
Advertisement

मुंबई नार्थ-ईस्ट सीट से BJP ने काटा किरीट सोमैया का टिकट, ये रही प्रमुख वजह

किरीट सोमैया ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने की कोशिश की थी, लेकिन उद्धव ने सौमैया को मिलने का वक्त तक नहीं दिया था. 

किरीट सोमैया शिवसेना और उद्धव ठाकरे के खिलाफ लगातार बयानबाजी करते रहे हैं. (फाइल)

नई दिल्ली: बीजेपी ने अपनी ताजातरीन उम्मीदवारो की सूची में सिटिंग एमपी किरीट सौमैया का नाम काट दिया है. गौरतलब है कि किरीट सौमैया से शिवसेना नाराज थी और शिवसेना ने साफ कर दिया था कि अगर बीजेपी उत्तर पूर्व मुंबई से वर्तमान सांसद किरीट सौमैया को टिकट देती है तो वो उसका विरोध करेगी और बीजेपी के खिलाफ प्रचार करेगी. पिछले दिनों किरीट शिवसेना की इसी नाराजगी के चलते पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने भी गए थे लेकिन उद्धव ने सौमैया से मिलने का वक्त तक नहीं दिया था.

बीजेपी ने उत्तर पश्चिम मुंबई से मनोज कोतल को चुनावी समर में उतारा है. किरीट सौमैया एक समय में शिवसेना के बारे कई बार आग उगलने वाले बयान दिए थे. माना जा रहा था कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के नॉमिनेशन में उद्धव के पहुंचने से सारा मामला सुलझ गया था और आशा की जा रही थी कि अमित शाह इस बारे में उद्धव ठाकरे को मनाने का प्रयास करेंगे. लेकिन लगता है कि शिवसेना की हठ के आगे बीजेपी को किरीट सौमैया की बलि चढ़ानी पड़ी. 

बिना किसी कामकाज के अच्छी जीवनशैली कैसे जीते हैं राहुल: अरुण जेटली

उत्तर पूर्वी मुंबई की तीन विधानसभा क्षेत्र, मुलुड, घाटकोपर पूर्व और घाटकोपर पश्चिम में गुजराती जनसंख्या ज्यादा है. बीजेपी ने 2014 के आम चुनाव में किरीट सोमैया को टिकट देकर इसी वोटबैक पर अपना हाथ मारा था. पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट किरीट ने पिछले विधानसभा चुनावों के बाद शिवसेना पर जैसे धावा बोल दिया था. विधानसभा चुनाव दोनों पार्टियों ने अकेले लड़ा था और साथ ही बीएमसी के चुनाव में दोनों पार्टियों की रार सामने आई थी. जहां एक तरफ दोनों पार्टियों के बड़े नेताओं ने अपने बयान पर मर्यादा रखी तो वहीं किरीट सोमैया ने अपनी आरटीआई टीम के साथ शिवसेना पर लगातार वार कर रहे थे. 

क्या निरहुआ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की साइकिल का पीछा कर पाएंगे? जानें पूरा गणित

बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने शिवसेना पर लगातार सड़कों के गडढों के मुद्दों पर और साथ ही बीएमसी के कॉन्ट्रैक्टों में धांधली का आरोप लगाया था. सबसे बड़ा हमला बीएमसी चुनावों के वक्त किरीट ने शिवसेना प्रमुख पर कर डाला था जिसे शिवसैनिक और उनके प्रमुख उद्धव आज तक नहीं भूले हैं. चुनावों के दौरान किरीट ने उद्धव पर हमला करते हुए कहा था कि बीएमसी एक साहेब के कब्जे में जो कि बांद्रा में रहते हैं. गौरतलब के है कि मातोश्री जो की शिवसेना प्रमुख का निवास स्थान है वो मुंबई के बांद्रा इलाके में है. 

किरीट ने ये बातें सिर्फ यही तक नहीं छोड़ी थी. उन्होंने उद्धव ठाकरे को चुनौती देते हुए कहा था कि शिवसेना प्रमुख को अपनी संपत्ति का ब्यौरा पब्लिक में देना चाहिए. शिवसेना के नेताओं पर हमला करना सोमैया के लिए घातक साबित हुआ. किरीट ने यहां तक कह डाला था कि बीएमसी के कॉन्ट्रैक्टों में शिवसेना के नेताओं ने शेल कंपनियां खड़ी कर घपलेबाजी की है. शिवसेना और किरीट सोमैया के बीच द्वंद उस वक्त और बढ़ गया जब किरीट ने पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिख सिक्योरिटी की मांग कर डाली औऱ आरोप लगाया कि उनपर शिवसैनिकों ने दशहरे के दौरान हमला कर दिया था. 

Trending news