नई दिल्ली: केंद्र शासित प्रदेश अंडमान-निकोबार में
लोकसभा (Lok Sabha Elections 2019) का एकमात्र सीट, अंडमान एंड निकोबार आइसलैंड है. 1967 लोकसभा चुनाव से पहले यहां चुनाव के जरिए सांसद नहीं चुने जाते थे. राष्ट्रपति द्वारा उन्हें मनोनित किया जाता था. वर्तमान में यहां के सांसद विष्णु पाडा रे हैं. 1967 में पहली बार यहां चुनाव हुआ और CPI के आरएम चक्रवर्ती यहां से पहली बार सांसद चुने गए. 1971 से 1999 तक लगातार कांग्रेस की यहां जीत हुई.
2014 में बीजेपी के विष्णु पाडा चुने गए
1977 से 1999 तक (लगातार 22 साल) मनोरंजन भक्ता यहां के सांसद रहे. 1999 के चुनाव में यहां बीजेपी की जीत हुई. विष्णु पाडा बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीते. 2004 में फिर से कांग्रेस के मनोरंजन भक्ता की जीत हुई. 2009 से लगातार बीजेपी के विष्णु पाडा रे यहां के सांसद हैं. 2014 के चुनाव में विष्णु पाडा को 90969 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर कांग्रेस के कुलदीप राय शर्मा रहे, जिन्हें 83157 वोट मिले थे.
मतदाताओं की कुल संख्या 2,65,108 है.
बता दें, इस संसदीय क्षेत्र में पूरा अंडमान-निकोबार केंद्र शासित प्रदेश आता है. चुनाव आयोग के 2009 की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां मतदाताओं की कुल संख्या 2,65,108 है. इनमें से 1,23,959 महिला मतदाता हैं और पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,41,149 है. 1977 से अब तक यहां लोकसभा के 10 चुनाव हुए हैं. इनमें 8 बार कांग्रेस की जीत हुई है.
यहां पर किलोमीटर आबादी 46 है
2011 जनगणना के मुताबिक यहां की कुल आबादी 3,80,581 है. इनमें पुरुषों की संख्या 2,02,871 और महिलाओं की संख्या 1,77,710 है. सेक्स रेशियो की बात करें तो 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 876 है. 86.63 फीसदी लोग शिक्षित हैं. ज्यादातर आबादी गांवों में रहती है. गांव की आबादी 2,44,411 और शहरों की आबादी 1,35,533 है. जनसंख्या घनत्व के मुताबिक, यह देश का दूसरा सबसे कम घनत्व वाला राज्य है. यहां पर किलोमीटर आबादी 46 है. सबसे कम जनसंख्या घनत्व अरुणाचल प्रदेश की 17 है.
यहां कुल 572 आईसलैंड हैं
अंडमान-निकोबार द्वीपों का समूह है. यहां कुल 572 आईसलैंड हैं. अंडमान और निकोबार दो अलग-अलग आईसलैंड समूह है जिसे 'टेन डिग्री चैनल' अलग करती है. अंडमान में कुल 325 आइसलैंड है और निकोबार में 247 आइसलैंड है. यहां की राजधानी पोर्ट ब्लेयर है. भारत का एकमात्र वोल्कैनो बैरन आइसलैंड (Barren Island) जो एक्टिव भी है वह अंडमान-निकोबार में ही पड़ता है.
बंगाली यहां की मुख्य भाषा है
यहां मुख्य रूप से बंगाली भाषा बोली जाती है. हालांकि, आधिकारिक लैंग्वेज हिंदी है. यहां 29 फीसदी लोग बंगाली, 20 फीसदी लोग हिंदी, 15 फीसदी लोग तमिल और 7 फीसदी लोग मलयालम बोलते हैं. यहां के अधिकतम लोग हिंदू हैं. हिंदुओं की आबादी करीब 70 फीसदी और क्रिश्चियन की आबादी 21 फीसदी है. यहां मुस्लिमों की आबादी 8.5 फीसदी है.