एक सीट ऐसी, जहां चुनाव मैदान में उतर आए इतने प्रत्याशी कि चुनाव आयोग की फूलने लगीं सांसें
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एक सीट ऐसी, जहां चुनाव मैदान में उतर आए इतने प्रत्याशी कि चुनाव आयोग की फूलने लगीं सांसें

तेलंगाना में कुल 443 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं. इनमें से सबसे अधिक 185 उम्मीदवार निजामाबाद में हैं. 

फाइल फोटो

हैदराबादः निर्वाचन आयोग ने रविवार को तेलंगाना के मुख्य चुनाव अधिकारी को निजामाबाद निर्वाचन क्षेत्र में ईवीएम की जगह मतपत्र के इस्तेमाल के लिए इंतजाम करने को कहा. इस सीट पर 170 से अधिक किसानों सहित कुल 185 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. गुरुवार को नाम वापस लेने की समय सीमा समाप्त होने के बाद तेलंगाना में कुल 443 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं. इनमें से सबसे अधिक 185 उम्मीदवार निजामाबाद में हैं. 

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ईवीएम में जितने उम्मीदवारों के नाम समायोजित हो सकते हैं, उससे अधिक संख्या में उम्मीदवार होने के चलते तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रजत कुमार ने पहले कहा था कि चुनाव मतपत्र से कराये जाएंगे और मामले को मंजूरी के लिए चुनाव आयोग को भेजा जाएगा. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, आयोग ने मेसर्स ईसीआईएल को सीईओ तेलंगाना को 26820 बीयू, 2240 सीयू और 2600 वीवीपैट (तीसरी पीढ़ी की) की तत्काल आपूर्ति करने के आदेश जारी किए हैं.

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किसानों ने हल्दी और लाल ज्वार के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने में सत्ताधारी टीआरएस के कथित रूप से असफल रहने का विरोध करते हुए निजामाबाद से अपने नामांकन पत्र दाखिल किये हैं. यहां से मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पुत्री के. कविता फिर से चुनाव लड़ रही हैं. तेलंगाना में लोकसभा की 17 सीटें हैं. यहां 11 अप्रैल को पहले चरण में वोट डाले जाएंगे.

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बता दें ईवीएम का इस्तेमाल केवल 64 उम्मीद्वारों को ही नामांकित कर सकती है, ऐसे में निजामाबाद में उम्मीद्वारों की संख्या ज्यादा होने के चलते यहां ईवीएम के जरिए चुनाव संभव नहीं हैं. इसलिए चुनाव आयोग ने यहां बैलेट पेपर के इस्तेमाल से चुनाव होने कही है.

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