राजस्थान: वैभव गहलोत ने दाखिल किया नामांकन, कांग्रेस के तमाम बड़े नेता मौजूद
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राजस्थान: वैभव गहलोत ने दाखिल किया नामांकन, कांग्रेस के तमाम बड़े नेता मौजूद

नेताओं की मौजूदगी यह बता रही थी की वैभव गहलोत का चुनाव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके कैंप के लिए कितना महत्वपूर्ण हो गया है.

राजस्थान: वैभव गहलोत ने दाखिल किया नामांकन, कांग्रेस के तमाम बड़े नेता मौजूद

जोधपुर: राजस्थान की सबसे हॉट सीट कहीं जाने वाली जोधपुर पर मंगलवार को कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन नजर आया. मौका था मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र और जोधपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी वैभव गहलोत के नामांकन का. वैभव गहलोत के इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए राजस्थान के 25 से अधिक दिग्गज नेता मंच पर जुटे. संदेश बिल्कुल साफ था कि वैभव गहलोत की जीत राजस्थान कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है.  

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही यह कह रहे हो की पार्टी ने वैभव गहलोत को टिकट दिया है और अपने दम पर चुनाव लड़े, लेकिन इस सीट के परिणाम से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पिछले 45 साल के राजनीतिक साख जुड़ गई है. यही वजह है की इस सीट को जीतने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जा रही है. यूं तो राजस्थान की 25 सीटें कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है लेकिन अकेले जोधपुर सीट पर आज में वह गहलोत के नामांकन के दिन कांग्रेस के 25 बड़े नेताओं की मौजूदगी यह बता रही थी की वैभव गहलोत का चुनाव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके कैंप के लिए कितना महत्वपूर्ण हो गया है.

वैभव गहलोत के नामांकन और सभा में आज जुटे दिग्गज 25 नेताओं की बात करें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश, कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे, सह प्रभारी विवेक बंसल, यूडीएच मिनिस्टर शांति धारीवाल, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, ऊर्जा मंत्री बीड़ी कल्ला, महिला और बाल विकास विभाग मंत्री ममता भूपेश, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, मंत्री सुखराम बिश्नोई, विधायक डॉ जितेंद्र मानवेन्द्र सिंह, रिछपाल मिर्धा, बद्रीराम जाखड़, रणदीप धनकढ़, नारायण खेड़ा, जयपुर महापौर विष्णु लौटा, विधायक हीरालाल मेघवाल, सिरोही विधायक संयम लोढ़ा, विधायक दिव्या मदेरणा और धर्मेंद्र राठौड़ जैसे बड़े नेता मौजूद रहे. जोधपुर लोकसभा सीट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गढ़ रही है. 

पांच दफा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यहां से सांसद रहे हैं. 45 वर्ष के राजनीतिक कैरियर में जनता ने हमेशा उन्हें स्नेह और आशीर्वाद दिया है. लेकिन इसके बाद भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं वैभव गहलोत अपने दम पर चुनाव लड़े. प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई बार ये बात दोहरा भी चुके हैं. मुख्यमंत्री की मंशा यह भी रही है कि जोधपुर के चुनाव प्रचार की कमान को वैभव गहलोत खुद लीड करे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ये भी मंशा है कि कहीं भी यह संदेश नहीं जाए कि मुख्यमंत्री का पुत्र चुनाव लड़ रहा है यही कारण है कि टिकट वितरण के बाद मुख्यमंत्री ने वैभव गहलोत को ट्रेन से जोधपुर भेजा और अकेले ही जनसंपर्क अभियान शुरू करने के निर्देश दिए. 

वहीं इसमें भी कहीं कोई दो राय नहीं है कि भाजपा की तरफ से गजेंद्र सिंह के तौर पर कद्दावर नेता के चुनावी मैदान में होने के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपनी ताकत जोधपुर लोकसभा सीट पर लगानी होगी और इस ताकत का एक एहसास नामांकन के दौरान हुआ जब राजस्थान कांग्रेस के सभी बड़े नेता मंच पर नजर आए. जोधपुर का चुनाव राजस्थान कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है लिहाजा आने वाले दिनों में जैसे जैसे इस सीट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दौरे और कार्यक्रम बढ़ाएंगे वैसे वैसे वैभव का चुनावी माहौल बेहतर होता नजर आएगा.

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