आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि होली के बाद महागठबंधन में सीट शेयरिंग की घोषणा होगी.
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नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान हो गया है. वहीं, पहले चरण के चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामांकन का दौर भी शुरू हो गया है. लेकिन महागठबंधन के दलों के बीच सीट शेयरिंग का फैसला नहीं हो पाया है. कई बार ऐलान करने की बात कहने के बाद लगातार इसकी घोषणा की तारीख टाली जा रही है. अब बुधवार को भी घोषणा को टालते हुए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा होली के बाद सीट शेयरिंग का ऐलान होगा.
तेजस्वी यादव ने बुधवार को नई दिल्ली में कहा कि महागठबंधन में सारी चीजे ठीक है और सभी लोग एक साथ है. यहां किसी तरह की दिक्कत नहीं है. वहीं, सीट शेयरिंग की घोषणा को लेकर कहा कि सभी लोग अभी एक साथ होकर होली के बाद इसका ऐलान कर देंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि आरजेडी होली नहीं मनाएगी.
महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर इंतजार खत्म नहीं हो पा रहा है. इससे पहले तीन बार सीट शेयरिंग के ऐलान की तारीख तय की गई थी लेकिन तीन बार इसे टाल दिया गया है. अब होली के बाद सीट शेयरिंग के ऐलान की बात कही गई है.
Tejashwi Yadav, Rashtriya Janata Dal (RJD): Mahagathbandhan is intact, seats and constituencies will be announced after Holi. There is nothing to worry, all is fine in the alliance. pic.twitter.com/rmNCq5WiZd
— ANI (@ANI) March 20, 2019
हालांकि सभी को ऐसा लगा था कि होली के पहले ही इसका ऐलान कर दिया जाएगा. लेकिन होली के बाद घोषणा करने की बात से साफ है कि महागठबंधन में अभी तक उलझने सुलझ नहीं पाई है.
सीट शेयरिंग को लेकर शरद यादव ने भी कहा है कि अब 22 मार्च को महागठबंधन की तरफ से घोषणा कर दी जाएगी. पटना में 22 मार्च को सभी दल एक साथ बैठेंगे और इसका ऐलान कर दिया जाएगा.
बहरहाल महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं का इंतजार अब 22 मार्च को खत्म हो सकता है. हालांकि इसे लेकर बिहार में सियासत भी काफी तेज हो गई है. चुनाव को लेकर बयानबाजी का दौर वैसे ही जारी है. लेकिन महागठबंधन में सीट शेयरिंग के फैसले में देरी होने से जेडीयू और बीजेपी लगातार तंज कस रहे हैं.
जेडीयू ने कहा है कि महागठबंधन के नेताओं के बीच आपसी तालमेल की कमी है. पार्टी के नेता दिलीप चौधरी ने कहा है कि महागठबंधन के नेता एक-दूसरे की टांग खिचाई में लगे हैं. उन्होंने कहा कि आरजेडी, हम, कांग्रेस और रासलोपा के बीच कोई तालमेल नहीं है. खुद के स्वार्थ में सभी लगे हुए हैं. महागठबंधन सिर्फ कागज पर दिख रहा है. सही कहें तो यह महागठबंधन नाम की चीज ही नहीं है.