शिवसेना का दावा, 'मोदी मंत्रिमंडल में NDA के हर दल से होगा कम से कम 1 मंत्री'
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शिवसेना का दावा, 'मोदी मंत्रिमंडल में NDA के हर दल से होगा कम से कम 1 मंत्री'

पिछली बार की तुलना में इस बार एनडीए का कुनबा भी घटा है. इसलिए यह सवाल भी वाजिब है कि आखिर किन किन दलों के नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी. 

शिवसेना का दावा, 'मोदी मंत्रिमंडल में NDA के हर दल से होगा कम से कम 1 मंत्री'

नई दिल्लीः पीएम मोदी के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव में शानदार जीत के 1 सप्ताह बाद आज (30 मई) एनडीए की सरकार का शपथ ग्रहण होने जा रहा है. नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश की कमान संभालने को तैयार है. शाम 7 बजे राष्ट्रपति भवन प्रांगण में होने वाले इस कार्यक्रम की सभी तैयारियां हो चुकी हैं. देश विदेश के मेहमानों के आने का सिलसिला जारी है. ऐसे में सभी सभी नजरें अब मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कैबिनेट में शामिल होने वाले नामों पर रहेगी. पूर्ववर्ती सरकार में वित्त मंत्री रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली स्वास्थ्य कारणों के चलते इस बार किसी भी जिम्मेदारी को संभालने में असमर्थता जता चुके है.

वहीं पिछली बार की तुलना में इस बार एनडीए का कुनबा भी घटा है. इसलिए यह सवाल भी वाजिब है कि आखिर किन किन दलों के नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी. हालांकि बीजेपी के सबसे पुराने सहयोगी शिवसेना ने अपनी तरफ से यह स्पष्ट कर दिया है कि मोदी मंत्रिमंडल में उनकी क्या भूमिका रहेगी.

मोदी मंत्रिमंडल को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने दावा किया है कि एनडीए के सभी घटक दलों से एक एक नेता को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा. संजय राउत ने कहा, 'यह निर्णय लिया गया है कि प्रत्येक घटक दल से एक मंत्री होगा. शिवसेना की तरफ से भी एक मंत्री शपथ लेंगे. उद्धव ठाकरे जी ने अरविंद सावंत का नाम दिया है. वह मंत्रीपद की शपथ लेंगे.'

उधर शिवसेना के दावे से अलग ऐसी भी खबरें आ रही है कि जेडीयू शिवसेना से 2-2 और अकाली दल, अपना दल व एलजेपी से 1-1 मंत्री बनाया जा सकता है. तमिलनाडु में बीजेपी की सहयोगी AIADMK की तरफ से भी एक मंत्री हो सकता है.

ऐसी भी अटकलें हैं कि शाह बीजेपी अध्यक्ष बने रह सकते हैं क्योंकि कुछ प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनाव अगले एक वर्ष में होने हैं. बीजेपी के कई नेताओं का मानना है कि पूर्ववर्ती मंत्रिमंडल के अधिकतर प्रमुख सदस्यों को बरकरार रखा जा सकता है.

वरिष्ठ सदस्यों जैसे राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर और प्रकाश जावड़ेकर के अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है. उत्तर प्रदेश के अमेठी में राहुल गांधी को हराने वाली ईरानी को एक प्रमुख प्रभार मिलने की उम्मीद है.

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