वाराणसी: डीएम सुरेन्द्र सिंह बोले - इस वजह से रद्द किया गया तेज बहादुर का नामांकन
Advertisement

वाराणसी: डीएम सुरेन्द्र सिंह बोले - इस वजह से रद्द किया गया तेज बहादुर का नामांकन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल करने वाले बीएसएफ़ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर का नामांकन खारिज कर दिया गया है. तेज बहादुर यादव ने वाराणसी लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की ओर से नामांकन दाखिल किया था. 

 वाराणसी-रिटर्निंग अधिकारी और डीएम सुरेन्द्र सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बारे में जानकारी प्रदान की.

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल करने वाले बीएसएफ़ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव (Tej Bahadur Yadav) का नामांकन खारिज कर दिया गया है. तेज बहादुर यादव ने वाराणसी लोकसभा सीट (Varanasi Lok Sabha seat) से समाजवादी पार्टी की ओर से नामांकन दाखिल किया था. वाराणसी-रिटर्निंग अधिकारी और डीएम सुरेन्द्र सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बारे में जानकारी प्रदान की.

सिंह ने बताया कि कोई भी व्यक्ति जिसे राज्य या केंद्र सरकर द्वारा सरकारी नौकरी से बर्खास्त किया गया हो, उसे चुनाव आयोग से अनुमति लेनी जरूरी है जिसमें इस बात का उल्लेख हो कि उसे द्रोह या भ्रष्टाचार के कारण बर्खास्त नहीं किया गया. इस आशय का प्रमाणपत्र सुबह 11 बजे तक तेजबहादुर द्वारा जमा नहीं किया गया, इसलिए नामांकन खारिज कर दिया गया है. सिंह ने बताया कि 31 नामांकन पत्र स्वीकृत किये गए हैं. 

उधर, तेज बहादुर ने आरोप लगाया कि उनका नामांकन तानाशाह तरीके से रद्द किया गया है. उन्होंने कहा वह निर्वाचन अधिकारी के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे. तेज बहादुर ने कहा, "हमें बताया गया कि हमने सुबह 11 बजे के पहले साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए, जबकि हमने साक्ष्य प्रस्तुत किए थे."

उधर, तेज बहादुर ने आरोप लगाया कि उनका नामांकन तानाशाह तरीके से रद्द किया गया है. उन्होंने कहा वह निर्वाचन अधिकारी के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे. तेज बहादुर ने कहा, "हमें बताया गया कि हमने सुबह 11 बजे के पहले साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए, जबकि हमने साक्ष्य प्रस्तुत किए थे."  

मंगलवार को निर्वाचन अधिकारी ने जारी किया था नोटिस

इससे पहले मंगलवार को जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने तेज बहादुर को नोटिस जारी किया था. सिंह ने बताया, "नामांकन के दौरान उन्होंने एक शपथ-पत्र में बताया था कि उन्हें भ्रष्टाचार के कारण सेना से बर्खास्त किया गया था, लेकिन दूसरे नामांकन में उन्होंने इसकी जानकारी नहीं दी थी. मंगलवार को पर्चो की जांच के बाद तेजबहादुर को नोटिस जारी किया गया, और उन्हें एक मई तक जवाब देने का समय दिया है."

इस विषय में तेज बहादुर यादव का कहना था कि नामांकन के वक्त उनसे इस तरह के किसी भी प्रमाणपत्र की मांग नहीं की गई. यदि मेरे नामांकन फोरम में किसी भी तरह की कमी थी तो मुझे उसी वक्त बताना चाहिए था. मंगलवार तीन बजे जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा मुझसे अनापत्ति प्रमाणपत्र जमा करने के लिए कल 11 बजे तक का समय दिया गया. कल 11 बजे तक अनापत्ति प्रमाणपत्र लाना किसी भी कीमत पर संभव नहीं.

Trending news