अमित शाह की जगह स्मृति ईरानी करेंगी रैली, पंडाल में हरे रंग के कारपेट बिछाए जाने पर उठे सवाल
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अमित शाह की जगह स्मृति ईरानी करेंगी रैली, पंडाल में हरे रंग के कारपेट बिछाए जाने पर उठे सवाल

जिस जगह आज बीजेपी की रैली होनी है वह तृणमूल के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल का गढ़ कहा जाता है. 

अमित शाह की जगह स्मृति ईरानी करेंगी रैली, पंडाल में हरे रंग के कारपेट बिछाए जाने पर उठे सवाल

बीरभूमः पश्चिम बंगाल के बीरभूम के सिउरी में बीजेपी नेता स्मृति ईरानी एक सभा को संबोधित करेंगे. पहले यहां अमित शाह की सभा होने वाली थी मगर तबियत ख़राब होने के चलते कम सभाएं करेंगे. अब अमित शाह पश्चिम बंगाल में केवल दो ही रैली करेंगे. आज जिस जगह स्मृति ईरानी रैली करने वाली हैं इस जगह को तृणमूल के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल का गढ़ कहा जाता है. बता दें कि अनुब्रत मंडल के बड़बोले सुर के चलते बीजेपी उनसे बहुत ही ज़्यादा खफा है और दोनों पक्षों के बीच आये दिन शब्दों के बाण छोड़े जाते रहे है .

इस बार बीजेपी ने तृणमूल को चिढ़ाने के लिए एक दूसरा ही तरीका खोज निकाला है.आमतौर पर किसी सभा या कार्यक्रम के दौरान रेड कारपेट बिछाए जाते हैं लेकिन बीजेपी ने इस बार लाल की जगह हरे कारपेट बिछाने का विचार कर लिया है.

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आपको बता दें की हरा रंग तृणमूल अपने पार्टी के सिंबल के तौर पर इस्तेमाल करता है जिसमे हरे रंग के दो फूल दिखाई देते हैं और तृणमूल अपने पार्टी प्रचार के लिए भी हरे रंग के साथ विकास को जोड़ता है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि बीजेपी तृणमूल को चिढ़ाने के लिए इस बार लाल की जगह हरे कारपेट बिछाने जा रही है. अनुब्रत मंडल के गढ़ में बीजेपी द्वारा बिछाये जा रहे हरे कारपेट के मसले ने लोगों को हैरानी में डाल दिया है क्योंकि बीजेपी नेताओं द्वारा इससे पहले की गई सभाओं में कभी भी ग्रीन कारपेट नहीं बिछाए गए है .

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इस सभा की ज़िम्मेदारी संभाल रहे बीजेपी नेता बिश्वप्रिय रायचौधरी ने कारपेट के रंग पर कहा की हरा रंग किसी व्यक्ति विशेष का नहीं है, हरे रंग का मतलब शांति है क्योंकि ये शांति का प्रतीक है और सारा काम डेकोरेटर ही देख रहे हैं और उन्ही के हिसाब से यहां पर कारपेट बिछाया जाएगा .हालांकि अब देखना ये है की सभा मंच के पास ये ग्रीन कारपेट रहता है कि नहीं .इसके साथ ही सभा स्थल में स्मृति ईरानी का कोई पोस्टर और बैनर नहीं दिखा जितने बैनर और पोस्टर थे सभी अमित शाह के ही थे .

हालाकि इसके पीछे का कारण यही है की अचानक अमित शाह की तबियत ख़राब होने के चलते आखिरी समय में परिवर्तन हुआ है जिसके चलते स्मृति ईरानी के पोस्टर और बैनर छपवाने का समय नहीं मिला. बिश्वप्रिय रायचौधरी ने अनुब्रत मंडल पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया . उनके हिसाब से अनुब्रत मंडल कोई नेता नहीं है .उनका कहना है की जिस दिन तृणमूल ख़त्म उस दिन अनुब्रत भी ख़त्म हो जाएगा और आम आदमी उसे तवज़्ज़ो नहीं देगा.

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