मायावती बोलीं- जाने वाली है मोदी सरकार, राजनाथ का पलटवार- '23 मई को पता चल जाएगा'
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मायावती बोलीं- जाने वाली है मोदी सरकार, राजनाथ का पलटवार- '23 मई को पता चल जाएगा'

मायावती ने मंगलवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए लिखा, 'इसका जीता जागता प्रमाण यह है कि (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है, जिससे श्री मोदी के पसीने छूट रहे है.' 

मायावती के बयान पर राजनाथ सिंह ने पलटवार किया है.

नई दिल्ली: मोदी सरकार के बारे में बीएसपी सुप्रीमो मायावती की टिप्पणी पर चुटकी लेते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि ‘जिनकी खुद की नैया डूबी हो, उन्हें दूसरों की नैया कहां से दिख गई, चुनाव परिणाम आने दें, उन्हें पता चल जायेगा.’ सिंह से बसपा प्रमुख मायावती की उस टिप्पणी के बारे में पूछा गया था जिसमें उन्होंने कहा आज कहा कि 'पीएम श्री नरेंद्र मोदी की सरकार की नैया डूब रही है.' मायावती ने मंगलवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए लिखा, 'इसका जीता जागता प्रमाण यह है कि (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है, जिससे श्री मोदी के पसीने छूट रहे है.' 

'RSS कोई राजनीतिक संगठन नहीं है'
राजनाथ सिंह ने बीजेपी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, 'मायावती जी को कहने दीजिए. चुनाव परिणाम आने दीजिए, पता चल जायेगा कि किसकी नैया डूबी है.' उन्होंने कहा कि जिनकी खुद की नैया डूबी है, खुद डूबे हैं... उन्हें कहां से यह दिख रहा है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि जहां तक आरएसएस का सवाल है, यह कोई राजनीतिक संगठन नहीं है, यह सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन है. उन्होंने कहा कि सपा और बसपा दोनों की आम लोगों में विश्वसनीयता काफी कम हुई है. 

विपक्ष बताए उनका नेता कौन है?
सिंह ने कहा कि विपक्षियों द्वारा ये दावा किया जा रहा है कि वो सरकार बनाएंगे लेकिन जनता इनसे पूछ रही है इनका नेता कौन है. उन्होंने कहा कि यह अज्ञात है. उन्होंने कहा कि स्वस्थ लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता को अंधेरे में नहीं रखा जा सकता और जनता से लुका-छिपी का खेल नहीं होना चाहिए.

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मायावती ने क्या कहा था?
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि जनता को वरगलाने के लिए देश ने अबतक कई नेताओं को सेवक, मुख्यसेवक, चायवाला व चौकीदार आदि के रूप में देखा है. अब देश को संविधान की सही कल्याणकारी मंशा के हिसाब से चलाने वाला शुद्ध प्रधानमंत्री चाहिए. जनता ने ऐसे बहरुपियों से बहुत धोखा खा लिया है अब आगे धोखा खाने वाली नहीं. ऐसा साफ लगता है.

पीएम मोदी सरकार की नैया डूब रही है, इसका जीता-जागता प्रमाण यह भी है कि आरएसएस ने भी इनका साथ छोड़ दिया है व इनकी घोर वादाखिलाफी के कारण भारी जनविरोध को देखते हुए संघी स्वंयसेवक झोला लेकर चुनाव में कहीं मेहनत करते नहीं नजर आ रहे हैं, जिससे पीएम मोदी के पसीने छूट रहे हैं.

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