एयरएशिया, टाटा की एयरलाइन इसी साल से भरेगी उड़ान
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एयरएशिया, टाटा की एयरलाइन इसी साल से भरेगी उड़ान

एयरएशिया, टाटा समूह और एक भारतीय निवेशक द्वारा शुरू की जाने वाली नई एयरलाइन 3-4 विमानों के बेड़े के साथ इस साल के अंत तक उड़ान भरना शुरू कर सकती है।

नई दिल्ली : एयरएशिया, टाटा समूह और एक भारतीय निवेशक द्वारा शुरू की जाने वाली नई एयरलाइन 3-4 विमानों के बेड़े के साथ इस साल के अंत तक उड़ान भरना शुरू कर सकती है। मलेशिया की एयरएशिया इस एयरलाइन में करीब 5 करोड़ डालर का शुरुआती निवेश करेगी।
विमानन क्षेत्र को अचंभे में डालते हुए एयरएशिया ने कल घोषणा की थी कि उसने टाटा संस और टेलेस्ट्रा ट्रेडप्लेस के अरुण भाटिया के साथ एक संयुक्त उद्यम लगाया है और प्रस्तावित विमानन कंपनी में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) के पास आवेदन किया है।
एयरएशिया के सीईओ टोनी फर्नांडीज ने मलेशिया से एक वैश्विक टेलीकान्फ्रेंस में कहा, ‘प्रस्तावित एयरलाइन, बजट एयरलाइन होगी और यह तीन से चार एयरबस ए-320 विमान के साथ परिचालन शुरू करेगी। बाद में इसके बेड़े में विमानों की संख्या बढ़ाई जाएगी।’ उन्होंने कहा कि कंपनी चेन्नई में स्थित होगी और शुरुआती चरण में दक्षिण भारत के गंतव्यों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा जहां एयरएशिया पहले से ही परिचालन कर रही है।
विमानन कंपनी में एयरएशिया का शुरुआती निवेश 5 करोड़ डालर होगा और एक संयुक्त उद्यम के जरिये इस कंपनी का संचालन किया जाएगा। संयुक्त उद्यम कंपनी में एयरएशिया के अलावा टाटा समूह और टेलेस्ट्रा ट्रेडप्लेस के अरुण भाटिया शामिल होंगे।
यह पूछे जाने पर कि नई विमानन कंपनी कब से उड़ान भरना शुरू करेगी, फर्नांडीज ने कहा, ‘यह भारतीय नियामक के हाथों में है, लेकिन पूरी संभावना है कि यह इस साल की चौथी तिमाही तक या शीतकाल से उड़ान शुरू कर देगी।’ यद्यपि विमानन कंपनी के निदेशक मंडल में भारतीयों का दबदबा होगा, फर्नांडीज ने कहा कि सीईओ के नाम की घोषणा अगले कुछ सप्ताह में की जाएगी।
एयरएशिया प्रमुख ने कहा, ‘शुरुआत में कंपनी में करीब 300 लोग रखे जाएंगे। लेकिन परिचालन बढ़ने के साथ कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। बेड़े में एक विमान शामिल होने पर नियमत: 20 लोगों की जरूरत होती है।’ प्रस्तावित विमानन कंपनी में जहां एयरएशिया की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी, वहीं टाटा समूह की 30 प्रतिशत और भाटिया की कंपनी हिंदुस्तान एयरोसिस्टम्ज की 21 प्रतिशत हिस्सेदारी रहने की संभावना है।
यह पूछे जाने पर कि प्रस्तावित विमानन कंपनी का आधार चेन्नई क्यों चुना गया, फर्नांडीज ने कहा, ‘यह ऐसा स्थान है जहां हम पहले से परिचालन कर रहे हैं। हम दक्षिण भारत को काफी बेहतर ढंग से जानते हैं।’ मलेशियाई विमानन कंपनी चेन्नई, बेंगलुरु, कोच्चि, तिरुचिरापल्ली और कोलकाता को आसियान क्षेत्र के विभिन्न स्थानों से जोड़ती है। (एजेंसी)

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