तेल कंपनियों को 1,78,491 करोड़ का नुकसान
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तेल कंपनियों को 1,78,491 करोड़ का नुकसान

डीजल की कीमतों में 5 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि के बावजूद तेल कंपनियों को वित्त वर्ष के अंत तक डीजल, मिट्टी तेल तथा रसोई गैस की लागत से कम मूल्य पर बिक्री से 1,78,491 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान का अनुमान है।

नई दिल्ली : डीजल की कीमतों में 5 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि के बावजूद सार्वजनिक क्षेत्र की तीनों पेट्रोलियम कंपनियों को वित्त वर्ष के अंत तक डीजल, मिट्टी तेल तथा रसोई गैस की लागत से कम मूल्य पर बिक्री से 1,78,491 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान का अनुमान है। सरकार ने 13 सितंबर को डीजल के दाम 3.50 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए। इसके अलावा इसपर उत्पाद शुल्क में भी 1.50 रुपए का इजाफा किया गया। स्थानीय बिक्री कर जोड़ने के बाद दिल्ली में डीजल की मूल्य वृद्धि 5.63 रुपए प्रति लीटर बैठती है।
उद्योग सूत्रों ने कहा, हालांकि यह डीजल कीमत में सबसे बड़ी वृद्धि है, लेकिन इससे पेट्रोलियम कंपनियों का इस ईंधन पर नुकसान सिर्फ 3.50 रुपए प्रति लीटर ही कम हुआ है। वृद्धि के दिन तक पेट्रोलियम कंपनियों को डीजल पर प्रति लीटर 17.05 रुपए का नुकसान हो रहा था। सूत्रों ने कहा कि रुपए में मामूली बढ़त को जोड़ने के बाद पेट्रोलियम कंपनियों को अभी भी डीजल पर प्रति लीटर 13.86 रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
डीजल के अलावा पेट्रोलियम कंपनियों को मिट्टी के तेल पर 32.70 रुपए प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है। वहीं 14.2 किलोग्राम के रसोई गैस सिलेंडर पर उन्हें प्रति सिलेंडर 347 रुपए का नुकसान हो रहा है। सूत्रों ने बताया कि पेट्रोलियम कंपनियों को डीजल, एलपीजी तथा केरोसिन की लागत से कम पर बिक्री की वजह से रोजाना 485 करोड़ रुपए का घाटा उठाना पड़ रहा है। इसमें से अकेले 300 करोड़ रुपए का नुकसान डीजल पर हो रहा है। मौजूदा दरों पर सार्वजनिक क्षेत्र की तीनों कंपनियों इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसीएल) तथा भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसीएल) को इस वित्त वर्ष में 1,78,491 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान उठाना होगा।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में तीनों कंपनियों को लागत से कम मूल्य पर ईंधन की बिक्री से 47,811 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इसमें से 15,061 करोड़ रुपए की भरपाई ओएनजीसी जैसी तेल खोज कंपनियां करेंगी। पेट्रोलियम मंत्रालय ने शेष 32,750 करोड़ रुपए के नुकसान के लिए नकद सब्सिडी मांगी है, लेकिन वित्त मंत्रालय ने अभी यह राशि जारी नहीं की है। (एजेंसी)

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