पेट्रोल 2.35 रुपए, डीजल 50 पैसे प्रति लीटर महंगा, बड़ी वृद्धि जल्द
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पेट्रोल 2.35 रुपए, डीजल 50 पैसे प्रति लीटर महंगा, बड़ी वृद्धि जल्द

डीजल के दाम में एकमुश्त बड़ी वृद्धि की चर्चा के बीच तेल कंपनियों ने शनिवार को पेट्रोल का दाम 2.35 रुपए और डीजल का दाम 50 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया। डॉलर के मुकाबले कमजोर पड़ते रुपये से बढ़ते बोझ को देखते हुये डीजल के साथ-साथ अगले महीने घरेलू रसोई गैस के दाम भी बढ़ाये जा सकते हैं।

नई दिल्ली : डीजल के दाम में एकमुश्त बड़ी वृद्धि की चर्चा के बीच तेल कंपनियों ने शनिवार को पेट्रोल का दाम 2.35 रुपए और डीजल का दाम 50 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया। डॉलर के मुकाबले कमजोर पड़ते रुपये से बढ़ते बोझ को देखते हुये डीजल के साथ-साथ अगले महीने घरेलू रसोई गैस के दाम भी बढ़ाये जा सकते हैं।
तेल कंपनियों के अनुसार पेट्रोल और डीजल की यह मूल्यवृद्धि उनमें मूल्यवर्धित कर (वैट) के बिना है। वैट शामिल होने के बाद वृद्धि ज्यादा होगी। पेट्रोल के दाम में पिछले तीन महीनों में यह छठी वृद्धि है जबकि डीजल के दाम में जनवरी के बाद से आठवीं वृद्धि है। ताजा मूलय वृद्धि शनिवार मध्यरात्रि से लागू होगी।
संसद के मौजूदा मानसून सत्र के समाप्त होने पर डीजल के दाम में तीन से पांच रुपये की एकमुश्त वृद्धि की जा सकती है। इसके अलावा राशन में बिकने वाले मिट्टी तेल के दाम 2 रुपये और घरेलू इस्तेमाल के गैस सिलेंडर का दाम 50 रुपये तक बढ़ सकता है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर स्थिति से निपटने के लिये कदम उठाने का आग्रह किया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के ऊंचे दाम और कमजोर पड़ते रुपये की वजह से तेल कंपनियों पर सब्सिडी का बोझ 1,80,000 करोड़ रपये तक पहुंच सकता है।डीजल के दाम में आज की वृद्धि सहित जनवरी से यह आठवीं मूल्यवृद्धि है। डीजल पर तेल कंपनियों को जितना नुकसान हो रहा था, इस वृद्धि के साथ उसमें काफी बड़े हिस्से की भरपाई हो जाती लेकिन डॉलर के मुकाबले रुपये में आई करीब 25 प्रतिशत की गिरावट से स्थिति और बिगड़ गई।
इस समय तेल कंपनियों को डीजल पर उसके वास्तविक दाम के मुकाबले 12.12 रुपये प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है। हालांकि, पिछले आठ महीनों में इसमें केवल 4.75 रुपये की मूल्यवृद्धि हुई है। तेल कंपनियों ने पहली जून को पेट्रोल के दाम 75 पैसे लीटर बढ़ाये थे। उसके बाद 16 जून को दाम 2 रपये प्रति लीटर और बढ़ाये गये। 29 जून को 1.82 रुपये और फिर 15 जुलाई को 1.55 रुपये और एक अगस्त को 70 पैसे प्रति लीटर दाम बढ़ाये गये।
माना जा रहा है कि संसद का चालू मानसून सत्र समाप्त होने के बाद डीजल के दाम में 3 से 5 रुपये की एकमुश्त वृद्धि हो सकती है। इसके अलावा मिट्टी तेल के दाम में दो रुपये लीटर और घरेलू गैस सिलेंडर का दाम 50 रुपये तक बढ़ाया जा सकता है।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री वीरप्पा मोइली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर स्थिति की गंभीरता से उन्हें अवगत कराया है और कदम उठाने का आग्रह किया है। विश्व बाजार में कच्चे तेल के बढ़ते दाम और डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती दर को देखते हुये चालू वित्त वर्ष के दौरान तेल कंपनियों को 1,80,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। (एजेंसी)

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