नई दिल्ली : घरेलू मीडिया और मनोरंजन उद्योग का बाजार 2016 में 1,457 अरब रुपये हो जाने का अनुमान है। मीडिया एवं मनोरंजन उद्योग के छोटे शहरों में तेजी से प्रवेश तथा क्षेत्रीय मीडिया में निरंतर वृद्धि से इस क्षेत्र का आकार बढ़ने की संभावना है।
फिक्की तथा केपीएमजी की रिपोर्ट में कहा गया है कि टेलीविजन का दबदबा बना रहेगा लेकिन एनिमेशन, डिजिटल विज्ञापन तथा गेमिंग की भी बाजार हिस्सेदारी तेजी से बढ़ेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक रेडियो में अच्छी वृद्धि की उम्मीद है और यह घरेलू मीडिया एवं मनोरंजन उद्योग में टीवी के बाद दूसरा सबसे बड़ा माध्यम होगा।
रिपोर्ट में कहा गया है, छोटे एवं मझोले शहरों में क्षेत्रीय मीडिया तथा मीडिया कारोबार में तेज वृद्धि देखी जा रही है। कुल मिलाकर उद्योग की वृद्धि दर 15 प्रतिशत रहने की उम्मीद है और इस सफ्तार से यह 2016 तक 1,457 अरब रुपये का हो जाएगा। (एजेंसी)