RBI ने रेपो रेट बढ़ाया, कर्ज लेना हो सकता है महंगा
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RBI ने रेपो रेट बढ़ाया, कर्ज लेना हो सकता है महंगा

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने नई मौद्रिक नीति का ऐलान कर दिया गया है।

मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को एक चौंकाने वाला कदम उठाते हुए नीति गत ब्याज दर को 0.25 प्रतिशत बढ़ा दिया। उसका यह निर्णय मुद्रास्फीति पर अंकुश लागने की उसकी जद्दोजहद का हिस्सा है। केंद्रीय बैंक का मानना है कि मुद्रास्फीति की मौजूदा स्थिति चिंताजनक है और इसको लेकर अभी कोई ढिलाई नहीं बरती जा सकती। आरबीआई के अनुमान के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अंत तक मुद्रास्फीति उम्मीद से ज्यादा रह सकती है। रिजर्व बैंक की घोषणा के तुरंत बाद बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 500 अंक से अधिक टूट गया।
रिजर्व बैंक के नए गवर्नर रघुराम गोविंद राजन ने मौद्रिक नीति की समीक्षा में यद्यपि मुद्रास्फीति के खिलाफ आक्रामक रख बनाए रखा पर उन्होंने उधार नकदी की सीमांत स्थायी सुविधा (एमएसएफ) पर ब्याज घटा 0.75 प्रतिशत कम कर बैंकों के लिए कुछ राहत भी दी है। अब इस सुविधा के तहत आरबीआई वाणिज्यिक बैंकों को 9.5 प्रतिशत पर अतिरिक्त नकदी उपलब्ध कराएगा। अभी तक यह दर 10.25 प्रतिशत थी।
आरबीआई ने अपनी मुख्य नीतिगत दर रेपो 0.25 प्रतिशत उंची कर 7.5 प्रतिशत कर दी है। यह वह दर है जिस पर वह बैंकों को एकाध दिन के लिए पैसा उधार देता है।
रिजर्व बैंक के इस कदम से शेयर बाजार के साथ साथ रुपए को भी झटका लगा। विदेशी विनियम बाजार में डालर के समक्ष स्थानीय करेंसी 69 पैसे टूट कर 62.46 रुपए प्रति डालर पर पहुंच गयी। (एजेंसी)

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