सिडनी: आस्ट्रेलिया में खेली जा रही त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला में रविवार को भारत का मुकाबला मेजबान आस्ट्रेलिया से होगा। मौजूदा श्रृंखला का यह 10वां मैच सिडनी क्रिकेट मैदान पर खेला जाएगा। भारतीय टीम आस्ट्रेलिया और श्रीलंका से लगातार दो मुकाबलों में करारी शिकस्त झेल चुकी है। फाइनल खेलने की उम्मीद कायम रखने के लिए उसे इस मुकाबले को जीतना ही होगा।
वरिष्ठ खिलाड़ियों के बीच मतभेद की अटकलों के बीच टीम के लिए इस मैच में जीत काफी मायने रखेगी। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के बीच रोटेशन प्रणाली को लेकर मतभेद की खबरें हैं हालांकि इस बारे में शुक्रवार को टीम के मीडिया प्रबंधक जी. एस वालिया और हरफनमौला इरफान पठान ने एक संवाददाता सम्मेलन में इसका खंडन किया।
इस महत्वपूर्ण मुकाबले की पूर्व संध्या पर धोनी ने भी कहा कि ड्रेसिंग रूम में किसी तरह का कलह और संवादहीनता नहीं है। बकौल धोनी, शुरुआत में इस प्रकार की खबरें आपको थोड़ा असहज लगती हैं। कभी आपको लगता है कि वह व्यक्ति जिस पर (जो लिखा गया है) विश्वास कर रहा है और दूसरे व्यक्ति को लगता है कि शायद उसने ऐसा कहा हो। लेकिन जब आप एक बार बात करते हो तो पहले की स्थिति में पहुंच जाते हो। इससे हमारा प्रदर्शन और ड्रेसिंगरूप में असर की सम्भावना 10 प्रतिशत भी नहीं है।
भारत ने अब तक छह मुकाबले खेले हैं जिनमें से उसे दो में जीत और तीन मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। श्रीलंका के साथ टीम का एक मैच टाई रहा है। भारतीय टीम 10 अंकों के साथ अंक तालिका में सबसे निचले क्रम पर है।
मेजबान आस्ट्रेलिया ने छह मुकाबलों में तीन में जीत और तीन में हार के साथ 14 अंक जुटाए हैं और वह तालिका में दूसरे स्थान पर है। श्रीलंका के इतने ही मैचों में तीन जीत, दो हार और एक टाई के साथ 15 अंक हैं और वह शीर्ष पर है।
भारतीय टीम को पहले आस्ट्रेलिया और उसके बाद 28 फरवरी को श्रीलंका के साथ खेले जाने वाले मुकाबलों में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। यदि भारत आस्ट्रेलिया से हार जाता है तो उसके फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें धूमिल हो जाएंगी।
अब तक असफल रहे उपकप्तान सहवाग इस मुकाबले में बड़ी पारी खेलना चाहेंगे वहीं अनुभवी सचिन तेंदुलकर और गौतम गम्भीर भी बड़ी पारी खेलकर अपने आलोचकों का मुंह बंद करने की कोशिश करेंगे।
युवा बल्लेबाज विराट कोहली और सुरेश रैना ने पिछले मैच में अच्छी साझेदारी की थी। ऐसे में धौनी को उनसे एक बार फिर उम्मीद होगी। आस्ट्रेलिया के खिलाफ धीमी गेंदबाजी कराने के लिए एक मैच का प्रतिबंध झेल चुके धौनी इस मैच में वापसी करेंगे।
इरफान पठान ने श्रीलंका के खिलाफ हरफनमौला प्रदर्शन किया था और वह इस मुकाबले में भी गेंद और बल्ले से टीम को अहम योगदान देना चाहेंगे। पिछले मुकाबले में अनुभवी जहीर खान नहीं खेले थे ऐसे में इस मैच में वह शानदार वापसी करना चाहेंगे जबकि रविचंद्रन अश्विन स्पिन की बागडोर सम्भालेंगे।
दूसरी ओर, पिछला मुकाबला श्रीलंका से हार चुकी आस्ट्रेलिया की कोशिश इस मैच में पलटवार करने की होगी। कप्तान माइकल क्लार्क को इस मुकाबले में पीटर फॉरेस्ट और डेविड हसी से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद होगी। फॉरेस्ट ने श्रीलंका के खिलाफ 104 रन बनाए थे जो इस श्रृंखला में किसी भी बल्लेबाज का पहला शतक था। हसी ने भी ताबड़तोड नाबाद 40 रन बनाए थे। अनुभवी ब्रेट ली और बेन हिल्फेनहास आस्ट्रेलिया की तेज गेंदबाजी की अगुआई करेंगे।