राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखें, खेलमंत्री ने प्रशासकों से कहा
Advertisement

राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखें, खेलमंत्री ने प्रशासकों से कहा

भारतीय ओलंपिक संघ से बातचीत के जरिये आईओसी के साथ मतभेद दूर करने का आग्रह करते हुए खेलमंत्री जितेंद्र सिंह ने प्रशासकों को राष्ट्रहित सर्वोपरि रखने के लिये कहा ताकि भारत की ओलंपिक में जल्दी वापसी हो सके।

नई दिल्ली : भारतीय ओलंपिक संघ से बातचीत के जरिये आईओसी के साथ मतभेद दूर करने का आग्रह करते हुए खेलमंत्री जितेंद्र सिंह ने प्रशासकों को राष्ट्रहित सर्वोपरि रखने के लिये कहा ताकि भारत की ओलंपिक में जल्दी वापसी हो सके। जितेंद्र सिंह ने एक विज्ञप्ति में कहा, भारत सरकार सभी संबंधित पक्षों से अनुरोध करती है कि राष्ट्रहित और खेल की बेहतरी के रास्ते में व्यक्तिगत हित नहीं आने चाहिये। इसी तरह सरकार का जोर ओलंपिक चार्टर की तरह अच्छे प्रशासन और नैतिक स्तर पर भी है । उन्होंने भारतीय ओलंपिक समिति और आईओए के बीच गतिरोध दूर करने के प्रयासों का भी स्वागत किया और उम्मीद जताई कि सभी पक्ष जल्दी ही सहमति पर पहुंचेंगे।
जितेंद्र ने कहा, हमें उम्मीद है कि आईओसी और आईओए के बीच गतिरोध का हल 25 अगस्त को होने वाली आईओए की आमसभा की बैठक में निकल आयेगा। आईओसी ने आईओए के संविधान का संशोधित मसौदा भेज दिया है जिसमें भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे व्यक्तियों के आईओए का चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी गई है। आईओए ने इस प्रावधान पर यह कहकर ऐतराज जताया कि इन मसलों में भारतीय कानून लागू होता है। आईओसी ने हालांकि अपना रूख बदलने से इनकार करते हुए कहा कि आईओए के ऐतराज ओलंपिक चार्टर की अहमियत कम करने जैसे हैं।
यह पूछने पर कि क्या कुछ लोग ओलंपिक में भारत की वापसी में बाधा पैदा कर रहे हैं, जितेंद्र ने कहा, मैं किसी व्यक्ति के बारे में कुछ नहीं कहूंगा। यह काफी दुखद है और मैं इससे व्यथित हूं। मुझे लगता है कि राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिये। दागी व्यक्तियों के आईओए का चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाने के आईओसी के फैसले का स्वागत करते हुए जितेंद्र ने कहा, खेल आचार संहिता में उम्र और कार्यकाल की बंदिशों के साथ ही सरकार आईओए में नैतिक स्तर मजबूत करने के आईओसी के प्रावधान की सराहना करता है जिसके तहत आपराधिक मामलों में जिन व्यक्तियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर हो चुका है, वे आईओए का चुनाव नहीं लड़ सकते। खेलमंत्री ने यह भी कहा कि देश के खिलाडियों के लिये यह दुखद है कि वे राष्ट्रध्वज तले नहीं खेल पा रहे।
उन्होंने कहा, खेलमंत्री और खिलाड़ी होने के नाते मेरा पहला काम यह सुनिश्चित करना है कि भारतीय खिलाड़ी तिरंगे तले खेलें। हमारा सपना 2016 रियो ओलंपिक में भारत के स्वर्ण पदक जीतने पर ज्यादा से ज्यादा बार राष्ट्रगीत सुनना है। (एजेंसी)

Trending news