चेन्नई में 6 आईपीएल सटोरिये गिरफ्तार
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चेन्नई में 6 आईपीएल सटोरिये गिरफ्तार

तमिलनाडु पुलिस ने आईपीएल मैचों संबंधित एक सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया, जिसमें यहां छह सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया गया और उनसे 14 लाख रूपये नकद बरामद किये गये।

चेन्नई : स्पाट फिक्सिंग प्रकरण में राजस्थान रायल्स के तीन क्रिकेटरों की गिरफ्तारी के एक दिन बाद आज तमिलनाडु पुलिस ने आईपीएल मैचों संबंधित एक सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया, जिसमें यहां छह सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया गया और उनसे 14 लाख रूपये नकद बरामद किये गये।
क्राइम ब्रांच सीआईडी के एसपी पेरूमल और एस राजेश्वरी ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, ‘अभी तक यह सिर्फ सट्टेबाजी का ही मामला है।’ उन्होंने कहा कि संदिग्ध मास्टरमाइंड दिल्ली में था और वहां से सट्टेबाजी चला रहा था। अभी तक की जांच में मैच फिक्सिंग का कोई सबूत नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के बाद शहर में आज 13 स्थानों पर छापा मारा गया जिसमें ये गिरफ्तारियां हुईं। दिल्ली पुलिस ने कल स्पाट फिक्सिंग के आरोप में तेज गेंदबाज एस श्रीसंत सहित आईपीएल के तीन खिलाड़ियों और 11 सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया था।
राजेश्वरी ने कहा कि आज छह सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया गया, जो सभी चेन्नई से हैं। यह ‘बहुत बड़ा नेटवर्क’ है और जांच में पता चला है कि उन्हें दिल्ली से निर्देश दिये जा रहे थे और उनकी फोन के रिकार्ड पता चला कि अहमदाबाद और हैदराबाद से भी बातचीत हुई है। राजेश्वरी ने कहा कि कल सूचना मिली थी कि कुछ लोग लोगों को धोखा दे रहे हैं और सट्टेबाजी में काफी राशि मिलने का वादा कर रहे थे जिसके बाद 13 विशेष टीमें बनायी गयी और एक हरीश बजाज को पकड़ा गया जिसने पुलिस को अन्य पांच को गिरफ्तार करने में मदद की। एक ग्राहक जिसे वादे के अनुसार राशि नहीं मिली थी, उसने गुस्से में पुलिस को इसकी सूचना दी। उन्होंने कहा कि अन्य पांच सट्टेबाजांे के नाम लकी, गौतम, वेदाचलम, दीपक बजाज और सुनील बजाज हैं।
छापे के दौरान पुलिस को ‘हाई टेक’ और ‘सुनियोजित’ तरीके से चल रहे कार्यालय से 14 लाख रूपये की नकदी, कम्पयूटर, लैपटाप, मोबाइल और लैंडलाइन फोन मिले। उन्होंने कहा कि इसमें और लोगों के पकड़े जाने की संभावना है। मैच के नतीजे पर सट्टेबाजी ज्यादातर मौजूदा आईपीएल टूर्नामेंट तक ही सीमित थी, लेकिन सट्टेबाज अन्य क्रिकेट टूर्नामेंट में भी शामिल थे और सट्टे की राशि 1,000 से पांच लाख रूपये तक थी। सट्टा मौखिक रूप से किया जा रहा था, प्रत्येक सट्टेबाज के पास ग्राहकों की सूची थी। राजेश्वरी ने कहा, ‘वे ग्राहकों को फोन से सूचित करते थे और कभी-कभार एक व्यक्ति को पांच लाख रुपये तक दिये गये थे और धन का आदान प्रदान कूरियर के जरिये होता था।’ (एजेंसी)

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