अमेरिका: घृणा अपराधों से निपटने के फैसले का स्वागत
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अमेरिका: घृणा अपराधों से निपटने के फैसले का स्वागत

विस्कोंसिन गुरूद्वारे में हुई गोलीबारी की पहली बरसी के अवसर पर अमेरिकी सांसदों ने न्याय मंत्रालय के उस फैसले का स्वागत किया है जिसमें सिख समुदाय के खिलाफ होने वाले अपराधों को घृणा अपराधों के अंतर्गत रखा गया है।

वाशिंगटन : विस्कोंसिन गुरूद्वारे में हुई गोलीबारी की पहली बरसी के अवसर पर अमेरिकी सांसदों ने न्याय मंत्रालय के उस फैसले का स्वागत किया है जिसमें सिख समुदाय के खिलाफ होने वाले अपराधों को घृणा अपराधों के अंतर्गत रखा गया है। कांग्रेस सदस्य जॉन ग्रामेंडी ने कहा, हम जानते हैं कि घृणा अपराध हो रहे हैं लेकिन हमें इस समस्या की व्यापकता को समझने के लिए इसके बारे में ज्यादा आंकड़े चाहिए। अमेरिकी सिखों और अन्य समुदायों के खिलाफ घृणा अपराधों का सही पता लगाकर हम इस घृणा को मिटाने के लिए अपने संसाधनों और सामुदायिक हस्तक्षेप का बेहतर इस्तेमाल कर सकेंगे। उन्होंने कहा, ओक क्रीक गुरूद्वारे में भयावह आतंकी हमले की पहली बरसी पर हम चाहते हैं कि इस हमले के पीड़ितों को भविष्य में ऐसे हमलों को लेकर और अधिक सतर्क होना चाहिए। शुक्रवार को अटॉर्नी जनरल एरिक होल्डर ने यह घोषणा की थी कि एफबीआई इस योजना पर काम करते हुए सिख, हिंदुओं, अरबी लोगों, बौद्धों, मॉरमोन, जिहोव और ऑथरेडोक्स ईसाइयों के खिलाफ होने वाले अपराधों को आधिकारिक रूप से घृणा अपराध मानेगी।
मार्च में ग्रामेंडी भी उन 100 से अधिक कांग्रेस सदस्यों में शामिल हो गए थे, जिन्होंने सिखों, हिंदुओं और अरब-अमेरिकियों के खिलाफ होने वाले घृणा अपराधों का पता लगाने और उनकी गणना करने के लिए समर्थन देते हुए एफबीआई परामर्श बोर्ड को पत्र लिखा था। ग्रामेंडी ने कहा कि गैरसरकारी आंकड़े दर्शाते हैं कि इन अल्पसंख्यक समूहों के खिलाफ घृणा अपराध एक बड़ी समस्या बन गया है। उन्होंने कहा, ओक क्रीक गुरूद्वारे में हुआ नरसंहार, न्यूयॉर्क के एक सबवे में हिंदू सेनांदो सेन की हत्या और अमेरिकाभर में हो रहे हमले इस मुद्दे की भीषणता को रेखांकित करते हैं। सांसद ने कहा कि न्यूयॉर्क और सेन फ्रांसिस्को बे में कराए गए सर्वेक्षणों के अनुसार लगभग 10 प्रतिशत सिख-अमेरिकियों को लगता है कि वे घृणा अपराधों का शिकार हो चुके हैं। हमलावर कई बार यह बात स्वीकार कर चुके हैं कि उन्होंने ये घृणित कार्य नफरत की वजह से किए।
भारतीय-अमेरिकी कांग्रेस सदस्य एमी बेरा ने कहा कि सिख समुदाय 9/11 हमलों के बाद से ही घृणा अपराधों और भेदभाव से पीड़ित रहा है। बेरा ने घृणा अपराधों के संबंध में एफबीआई के इस फैसले की सराहना की। उन्होंने कहा, हमारा अपना समुदाय इस हिंसा से बचा नहीं रहा। वर्ष 2011 में दो बुजुर्ग सिख अमेरिकियों को सैर के दौरान एल्क ग्रोव में गोली मार दी गई। ओक क्रीक की गोलीबारी सिखों के खिलाफ हिंसा और असहिष्णुता का एक अन्य उदाहरण है। इस बीच ओक क्रीक में शनिवार को ‘चढ़दी कला’ दौड़ का आयोजन स्थानीय युवाओं द्वारा किया गया। इस अवसर पर कनेक्टीकट के न्यूटाउन स्थित सैंडी हुक एलिमेंट्री स्कूल के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। इस स्कूल में भी गोलीबारी की घटना हो चुकी है, जिसमें कई लोग मारे गए थे। न्यूयॉर्क के संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ ने पुलिस अधिकारी ब्रियान मर्फी को 13 हजार डॉलर का पुरस्कार दिया जिसने गोलीबारी के दौरान लोगों की जानें बचाने का अथक प्रयास किया था। (एजेंसी)

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