ईशनिंदा : लड़की को ‘फंसाने’ वाले इमाम को जेल
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ईशनिंदा : लड़की को ‘फंसाने’ वाले इमाम को जेल

पाकिस्तान में एक नाबालिग बच्ची की गिरफ्तारी को लेकर पैदा हुए विवाद के बीच एक मस्जिद के इमाम को इस बच्ची के बैग में कथित रूप से कुरान के पन्ने रखने और इसका इस्तेमाल कर उसे ईशनिंदा का आरोपी बनाने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।

इस्लामाबाद : पाकिस्तान में एक नाबालिग बच्ची की गिरफ्तारी को लेकर पैदा हुए विवाद के बीच एक मस्जिद के इमाम को इस बच्ची के बैग में कथित रूप से कुरान के पन्ने रखने और इसका इस्तेमाल कर उसे ईशनिंदा का आरोपी बनाने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।
गरीब बस्ती मेहरिया जफर में जामिया इमामिया मस्जिद के इमाम खालिद चिश्ती को बीती रात एक व्यक्ति की गवाही के बाद गिरफ्तार किया गया। इस व्यक्ति ने अपनी गवाही में कहा था कि उसने धर्मगुरु को ईसाई लड़की रिमसा मसीह के बैग में कुरान के पन्नों को ठूंसते देखा था। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

इस बैग में इन पन्नों को ठूंसे जाने से पूर्व उसमें केवल कुछ धारणा कागज और राख थी। गवाह हाफिज मुहम्मद जुबैर ने मजिस्ट्रेट के सामने धर्मगुरु के खिलाफ गवाही दी।
पुलिस ने बाद में गवाह के बयान के आधार पर चिश्ती को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ विवादास्पद ईशनिंदा कानून के तहत आरोप लगाए जाने की संभावना है।
जुबैर ने मीडिया से कहा, जब बैग को मस्जिद में लाया गया तो उसमें कुछ नहीं था। जब बैग उन्हें (चिश्ती को) दिया गया तो वह मस्जिद में गए और तीन चार पन्ने फाड़े और उन्हें बैग में रख दिया।
जुबैर ने कहा, मैंने उनसे कहा कि वह जो कर रहे हैं वह गलत है। उन्होंने मुझसे कहा कि यह ईसाइयों के खिलाफ सबूत है और उन्हें इलाके से भगाने का एक रास्ता है।
यह घटना उस समय हुई जब जुबैर तथा कुछ अन्य लोग मस्जिद में पवित्र रमजान महीने के दौरान ‘ऐतकाफ’ ( एकांत में परदे में) में बैठे थे ।
जुबैर ने कहा कि रिमसा के एक पड़ोसी मलिक अम्माद ने कुरान के पन्नों से भरे बैग को पुलिस को सौंपा था। अम्माद इस मामले में शिकायतकर्ता है।
चिश्ती ने पिछले सप्ताह एक टेलीविजन साक्षात्कार में स्वीकार किया था कि उन्होंने हाल ही में अपने संदेश में कहा था कि यदि ईसाई अपनी पूजा अर्चना बंद नहीं करते हैं तो उन्हें इलाके से खदेड़ दिया जाए क्योंकि ‘पाकिस्तान एक इस्लामी देश है जिसे अल्लाह ने बनाया है।’
पाकिस्तान की उलेमा कौंसिल के प्रमुख अल्लामा ताहिर अशरफी ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से इस घटना का स्वत: संज्ञान लेने तथा कुरान को सही मायने में अपवित्र करने वाले और फिर उसका दोष ईसाई लड़की के सिर मढ़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था।
रिमसा को एक आक्रोशित भीड़ द्वारा पुलिस थाने का घेराव करने और उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग किए जाने के बाद 16 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। उसे इस समय रावलपिंडी की बेहद उच्च सुरक्षा वाली अदियाला जेल में रखा गया है। (एजेंसी)

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