न्यूयॉर्क : एक चर्चित भारतीय-अमेरिकी संगठन ने कहा है कि बोस्टन विश्वविद्यालय परिसर के नजदीक मृत अवस्था में मिला 24 वर्षीय भारतीय छात्र घृणा अपराध का शिकार नहीं हुआ और उसकी हत्या एक अलग मामला लगता है।
बोस्टन विश्वविद्यालय के ग्रेजुएट स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के छात्र ओडिशा निवासी के शेषाद्री राव को 19 अप्रैल को तड़के गोली मार दी गयी। बोस्टन पुलिस ने घटनास्थल पर ही उसे मृत घोषित कर दिया था। तेलुगू एसोसिएशन ऑफ नार्थ अमेरिका कार्यकारी उपाध्यक्ष मोहन नानापाणिनी ने कहा कि राव की हत्या को नफरत की वजह से अंजाम नहीं दिया गया जैसा कि मीडिया के कुछ हिस्से में इससे संबंधित कयास लगाए गए हैं।
नानापाणिनी ने बोस्टन से बताया, निश्चित तौर पर यह घृणा से जुड़ा अपराध नहीं था। यह एक अलग मामला है। किसने यह कृत्य किया और क्यों हमें इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन निश्चित तौर पर यह घृणा या तयशुदा अपराध नहीं था। उन्होंने कहा कि पुलिस को इस मामले में कुछ अहम सबूत मिले हैं और हत्या के बारे में किसी प्रकार की अटकलें छानबीन को प्रभावित कर सकती है।
इस मामले में अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। नानापाणिनी ने कहा कि बोस्टन विश्वविद्यालय में दुनिया भर से छात्र पढने के लिए आते हैं लेकिन उन्होंने कोई ऐसी घटना नहीं सुनी है कि किसी छात्र को उसकी नस्ल की वजह से निशाना बनाया जाता है।
राव को उनकी नस्ल के कारण अपार्टमेंट से खींचकर बाहर निकालने और उसके बाद गोली मार देने जैसी खबरों को उन्होंने झूठी और निराधार बताया। नानापाणिनी ने कहा कि राव के रुममेट से बात की थी जिसने इससे इंकार किया कि राव को उनके किराए के कमरे से घसीटकर बाहर निकाला गया था या उनकी भारतीय पृष्ठभूमि के कारण हमला हुआ।
उन्होंने कहा कि कभी-कभी छात्रों को उनके पर्स या मोबाइल फोन के लिए अपराधी निशाना बनाते हैं। हो सकता है कि फोन पर बातचीत करते समय या गाना सुनते समय छात्र अगल-बगल ज्यादा ध्यान नहीं देते होंगे जिससे वो लुटेरों और अपराधियों का निशाना बन जाते हैं।
बोस्टन पुलिस और विश्वविद्यालय अधिकारी ‘बहुत गंभीरता’ से मामले की छानबीन कर रहे हैं और नानापाणिनी ने उम्मीद जताई कि अपराध के लिए जिम्मेदार को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
बहरहाल, राव के शव को रविवार को न्यूजर्सी लाया गया जहां से उसे भारत भेजने के लिए तैयारियां हुयी। शव को आज नेवार्क एयरपोर्ट से मुंबई भेजा जाएगा जहां से उसे भुवनेश्वर ले जाया जाएगा। नानापाणिनी ने कहा कि ओडिशा में राव के परिवारवालों के साथ ही यहां पर भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों के साथ वह लगातार संपर्क में हैं, जो जितनी जल्दी हो सके शव को भारत भेजने का प्रयास कर रहे हैं।
जांच के संबंध में बोस्टन में वाणिज्य दूतावास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बोस्टन विश्वविद्यालय और पुलिस अधिकारियों के साथ मुलाकात की। अधिकारी ने चिकित्सा परीक्षक और राव के कुछ दोस्तों से भी बातचीत की।
उन्होंने कहा कि बोस्टन विश्वविद्यालय के परिसर में पुलिस बल की अच्छी खासी मौजूदगी है इसके बावजूद पुलिस लगातार गश्त कर रही है। छात्रों को सतर्क रहने को भी कहा गया है। (एजेंसी)