तिब्बत को मुद्दा मानने से चीन का इनकार
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तिब्बत को मुद्दा मानने से चीन का इनकार

चीन ने इस बात पर जोर दिया कि ‘तिब्बती प्रश्न’ जैसी कोई चीज है ही नहीं जैसा कि दलाई लामा कहते रहे हैं। साथ ही उसने यह भी कहा कि वह कोई बाहरी हस्तक्षेप स्वीकार नहीं करेगा।

[caption id="attachment_23133" align="alignleft" width="260" caption="जियांग यु, प्रवक्ता चीनी विदेश मंत्रालय"][/caption]

बीजिंग : चीन ने इस बात पर जोर दिया कि ‘तिब्बती प्रश्न’ जैसी कोई चीज है ही नहीं जैसा कि दलाई लामा कहते रहे हैं। साथ ही उसने यह भी कहा कि वह कोई बाहरी हस्तक्षेप स्वीकार नहीं करेगा क्योंकि वह हिमालयी क्षेत्र से जुड़े हर मुद्दे को अपना आंतरिक मामला मानता है।

 

विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जियांग यू ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में तिब्बत में चीनी शासन के विरोध में एक नन सहित कई बौद्ध भिक्षुओं द्वारा किए गए आत्मदाह की घटनाओं के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह बात कही।

 

प्रवक्ता ने अबा काउंटी की कीर्ति मठ का उल्लेख करते हुए कहा यह मामला (नन का आत्मदाह) तिब्बत के बजाए सिचुआन प्रांत में हुआ। इसी मठ में अशांति फैल रही है। मालूम हो कि तिब्बत में चीनी शासन के विरोध में एक नन सहित नौ बौद्ध भिक्षु आत्मदाह कर चुके हैं। (एजेंसी)

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