नई दिल्ली : बांग्लादेश सरकार ने तीस्ता जल विवाद के समाधान प्रक्रिया को तेज करने की मांग करते हुए कहा कि उनका देश लंबे समय से इसकी बहुत बड़ी कीमत चुका रहा है।
बांग्लादेश के उच्चायुक्त तारिक अहमद करीम ने भारत के साथ लंबित सभी द्विपक्षीय मुद्दों के त्वरित निवारण की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच प्राकृतिक संसाधनों के समान वितरण के लिए यह आवश्यक है।
देशबंधु चितरंजन दास की 141 वीं जयंती पर सोमवार शाम आयोजित एक समारोह में उच्चायुक्त करीम ने भारत और बांग्लादेश के बीच संसाधनों के उचित और समान वितरण के लिए जल संसाधनों के कारगर प्रबंधन पर जोर दिया।
करीम ने कहा, सभी मुद्दे विशेष तौर पर तीस्ता जल समझौता को जल्द निपटाने की आवश्यकता है। यह समझते हुए कि हमारा देश इसकी भारी कीमत चुका रहा है, मैं जल्दी शब्द पर जोर दे रहा हूं। भारत और बांग्लादेश करीब 54 नदियों के पानी को साझा करते हैं लेकिन सिर्फ गंगा नदी के संबंध में जल बंटवाररे पर समझौता हुआ है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा संबंधी चिंताओं को काफी हद तक कम कर लिया गया है। करीम ने कहा कि बांग्लादेश सरकार भारत की चिंताओं का निवारण करने के लिए प्रतिबद्ध है। (एजेंसी)