नजीब ने फिर बने मलेशिया के पीएम, विपक्ष ने कहा चुनाव में हुई धांधली
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नजीब ने फिर बने मलेशिया के पीएम, विपक्ष ने कहा चुनाव में हुई धांधली

आम चुनावों में साधारण बहुमत के साथ जीत हासिल करने वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के नेता नजीब रजाक ने आज दूसरी बार मलेशिया के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। दूसरी ओर विपक्ष आम चुनाव में धांधली होने का आरोप लगा रहा है।

कुआलालंपुर : आम चुनावों में साधारण बहुमत के साथ जीत हासिल करने वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के नेता नजीब रजाक ने आज दूसरी बार मलेशिया के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। दूसरी ओर विपक्ष आम चुनाव में धांधली होने का आरोप लगा रहा है। 59 वर्षीय नजीब ने अस्ताना नेगारा महल में शाह तुन्कु अब्दुल हलीम मु’अदजम शाह के समक्ष पद और गोपनीयता की शपथ ली और मलेशिया के नागरिकों से गठबंधन की जीत को स्वीकार करने का आग्रह किया। गठबंधन सरकार पिछले लगभग छह दशकों से मलेशिया में सत्ता में है।
पूरे देश में प्रसारित एक राष्ट्रीय सम्मेलन में नजीब ने कहा, ‘‘हमें दुनिया की दिखाना है कि हम परिपक्व लोकतंत्र हैं। हमारे खिलाफ चली हवा के बावजूद भी हम नहीं गिरे।’’ 222 सीटों वाली संसद के लिए कल हुए आम चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन बारीसन नेसनल को 133 सीटों के साथ सामान्य बहुमत मिला। गठबंधन को पिछली बार के मुकाबले दो सीटें कम मिली हैं। रविवार को हुए मतदान में रिकार्ड 80 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकारों का प्रयोग किया। चुनाव जीत कर बारीसन नेसनल ने अपने 56 वर्षों की सत्ता को कायम रखा। इसमें अनवर इब्राहिम के नेतृत्व वाले तीन दलों के विपक्षी गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा।
पूर्व उपप्रधानमंत्री इब्राहिम ने आज एक बयान में कहा कि वह चुनाव परिणाम को स्वीकार नहीं करेंगे क्योंकि इसमें धांधली हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव आयोग चुनाव में हुई धांधली के आरोपों का जवाब दे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा निर्णय अटल है। मुझे नहीं लगता कि धांधली पर आधारित चुनाव के आधार पर प्राथमिक निर्णय लेने की मुझसे आशा करना सही है ।’’ उन्होंने बुधवार को कुआलालंपुर रैली का आयोजन करने की घोषणा की है। इब्राहिम ने आरोप लगाया कि चुनाव तिथि से पहले और डाक के जरिए हुए मतदान में धांधली हुई है।
उन्होंने कहा कि चुनाव तिथि से पहले और डाक के जरिए हुए मतदान में ज्यादातर मत बारीसन नेसनल के पक्ष में है जबकि सामान्य मतदान में इसके विपरीत रूख रहा है। उन्होंने कहा कि जहां भी उनकी पार्टी के उम्मीदवार 1,000 से 2,000 तक के अंतर से हारे हैं उनका गठबंधन उन सीटों के चुनाव परिणामों को चुनौती देगी। (एजेंसी)

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