बान-कोफी का सीरिया में हिंसा रोकने का आह्वान

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून और संयुक्त अरब लीग के दूत कोफी अन्नान ने सीरिया में हिंसा खत्म करने के लिए सुरक्षा परिषद से एकजुट होने और ठोस कदम उठाने तथा राजनीतिक परिवर्तन के लिए राह प्रशस्त करने का आह्वान किया है।

संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून और संयुक्त अरब लीग के दूत कोफी अन्नान ने सीरिया में हिंसा खत्म करने के लिए सुरक्षा परिषद से एकजुट होने और ठोस कदम उठाने तथा राजनीतिक परिवर्तन के लिए राह प्रशस्त करने का आह्वान किया है।
बान और अन्नान ने सीरिया में बढ़ती हिंसा पर चिंता जताई है। 15 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आज सीरिया संबंधी एक प्रस्ताव पर मतदान होना है। इस प्रस्ताव में राष्ट्रपति बशर अल असद के शासन के खिलाफ चैप्टर सात के तहत असैन्य प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है।
विश्व संस्था के महासचिव के प्रवक्ता द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, बान ने जमीनी हालात की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा परिषद से अपने दायित्व का निर्वाह करने और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के आधार पर सामूहिक एवं प्रभावी कार्रवाई करने का आग्रह किया है। बान ने कहा सीरियाई जनता लंबे समय से परेशान है। अब वहां खूनखराबा बंद होना चाहिए।
सीरिया में पिछले 16 माह से चल रहा संघर्ष भीषण रूप ले चुका है और सुरक्षा परिषद में हिंसा और खूनखराबा रोकने के लिए असद शासन के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर मतभेद हैं। इस देश को लेकर आज जिस प्रस्ताव पर मतदान होना है, उसे ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका ने तैयार किया है। प्रस्ताव में मांग की गई है कि सीरिया में संयुक्त राष्ट्र के निगरानी मिशन की अवधि 45 दिन तक और बढ़ाई जाए।
प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय-7 से संबंधित है जो सुरक्षा परिषद को राजनयिक एवं आर्थिक प्रतिबंध लगाने के साथ ही सैन्य दखल का अधिकार देता है। सुरक्षा परिषद में इस प्रस्ताव पर कल मतदान होने वाला था, लेकिन अन्नान के आग्रह पर इसे टाल दिया गया। रूस और चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उन दो प्रस्तावों पर वीटो कर दिया था जिनमें असद प्रशासन के खिलाफ प्रतिबंधों की बात की गई थी। मतदान स्थगित किए जाने के बाद संयुक्त राष्ट्र में फ्रांस के राजदूत जेरार्ड आराउद ने संवाददाताओं से कहा कि सुरक्षा परिषद इस प्रस्ताव पर रूस एवं चीन से बात करने को तैयार है।
जर्मन राजदूत पीटर वितिग ने कहा, हम कूटनीति का एक मौका और देना चाहते हैं, लेकिन रूस एवं चीन के पक्ष से भी सार्थक संवाद होना चाहिए। अन्नान ने सीरिया में सभी तरह की हिंसा और रक्तपात की भर्त्सना की। दूसरी ओर मून ने सीरिया में बढ़ रही हिंसा पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि कल दमिश्क राष्ट्रीय सुरक्षा मुख्यालय पर हुआ बम हमला निंदनीय घटना है। (एजेंसी)

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