भ्रामक विज्ञापन में फंसा मांसैंटो, भारी जुर्माना

ब्राजील की एक अदालत ने जीएम सोयाबीन के संबंध में एक भ्रामक विज्ञापन के लिए अमेरिकी बायोटेक कंपनी मांसौंटो पर ढाई लाख डॉलर का जुर्माना किया है।

ब्रासीलिया : ब्राजील की एक अदालत ने जीएम सोयाबीन के संबंध में एक भ्रामक विज्ञापन के लिए अमेरिकी बायोटेक कंपनी मांसौंटो पर ढाई लाख डॉलर का जुर्माना किया है।
मांसैंटो ने 2004 में अपने इस विज्ञापन में जीएम (जेनेटिकली मॉडिफाइड) सोयाबीन के बीज की उस समय तारीफ की थी जब ब्राजील में इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध था। कंपनी ने विज्ञापन में इन सोया बीजों के बारे में कहा था कि ये पर्यावरण के लिए लाभकारी हैं।
ब्राजील के रियो ग्रांड डो सुल राज्य की राजधानी पोटरे एलेग्रे स्थित अदालत के न्यायाधीश जार्ज एंटोनियो मोरिक ने कल अपने फैसले में इस विज्ञापन को भ्रामक करार दिया और कहा कि मांसैंटों उत्पाद के वैज्ञानिक लाभों की बात संदेहास्पद है। ब्राजील में सबसे पहले 1998 में अर्जेंटिना से जीएम सोया बीज अवैध रूप से लाया गया था। उस समय इस पर आधिकारिक रूप से प्रतिबंध था। बाद के समय में प्रतिबंध हट गया और अब ब्राजील में सोयाबीन की 85 प्रतिशत फसल इसी बीज के जरिए होती है। अमेरिका के बाद ब्राजील इस सोयाबीन उत्पादन और इसके निर्यात के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। (एजेंसी)

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