Trending Photos
[caption id="attachment_11856" align="alignleft" width="150" caption="जनरल अशफाक परवेज कयानी"][/caption]
इस्लामाबाद. अमेरिका के दबाव के बावजूद पाकिस्तान ने साफ किया है कि वह हक्क्नी नेटवर्क के खिलाफ कोई भी सैनिक कार्रवाई नहीं करेगा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी आर्मी के प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी ने रविवार को एक आपात बैठक के बाद यह साफ कर दिया कि आर्मी अधिकारियों के तैयार रहने के बावजूद हम किसी भी तरह की कार्रवाई से परहेज करते है.
इस मामले में अमेरिका के आलोचना के बाद रविवार को छुट्टी होने के बावजूद इस आपात बैठक में यह फैसला लिया गया. हालांकि पाकिस्तान ने यह भी कहा कि हम एक सीमा तक ही कार्रवाई कर सकते हैं.
इस बैठक में हक्कानी नेटवर्क से आईएसआई के रिश्ते संबंधी अमेरिकी आरोपों की कड़े शब्दों में निंदा की गई. इस बात को दोहराया गया कि पाकिस्तानी सेना शांति बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है और यदि देश की संप्रभुता का उल्लंघन करने की कोई कोशिश होती है तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. लेकिन दूसरी ओर पाकिस्तानी अखबारों ने कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के हवाले से छापा है कि वे नहीं चाहते कि अमेरिका से रिश्ते बिगड़ें. ये अधिकारी किसी न किसी तरह ताजा संकट को टाल कर अमेरिका से रिश्ते सुधारने के पक्ष में हैं.
‘द डॉन’ के मुताबिक सैन्य कमांडरों की बैठक से जुड़े एक सूत्र ने बताया, ‘अमेरिका से टकराव खतरनाक हो सकता है. इसका पाकिस्तान का कोई फायदा नहीं होगा.’
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने समर्थन किया. लेकिन यह साफ नहीं हुआ कि इस बैठक में सेना ने अमेरिकी दबाव में हक्कानी गुट के खिलाफ कोई कार्रवाई करने पर राजी हुई. सेना अमेरिका से कूटनयिक मोर्चे पर बातचीत जारी रखने और अफगानिस्तान में अमेरिकी लक्ष्यों को लेकर स्थिति साफ करने पर जोर दे रही है. सेना का मानना है कि ऑपरेशनल लेवल पर मतभेदों को दूर करने की कोशिश की जाएगी.