नई दिल्ली : भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पार्टी के गंभीर नहीं होने का आरोप लगाते हुए यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा सहित भाजपा के तीन नेताओं ने संसद की सदस्यता से इस्तीफे देने की पेशकश की. ऐसी पेशकश करने वाले तीसरे सांसद उदय सिंह हैं. इन सांसदों ने भाजपा संसदीय दल की बैठक में आरोप लगाया कि पार्टी लोकपाल मुद्दे पर कड़ा रूख अपनाने में असमर्थ रही है. यह बैठक सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक और चालू सत्र में रणनीति तय करने के लिए बुलाई गई थी.
हजारीबाग से सांसद और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में हुई बैठक में महज अन्ना हजारे के स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त करने और उनसे अनशन समाप्त करने की अपील किये जाने पर आश्चर्य जताया. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि भाजपा को इस विषय पर स्पष्ट रूख अख्तियार करना चाहिए और हजारे मामले में जुबानी जमाखर्च से काम नहीं चलेगा.
वरिष्ठ भाजपा नेता एसएस आहलुवालिया ने हालांकि यशवंत सिन्हा के इस्तीफे की पेशकश को कमतर करने का प्रयास करते हुए कहा कि इस बैठक में कई तरह के विचार सामने आए और अंतिम प्रस्ताव वास्तव में अहमियत रखता है. इस प्रस्ताव में प्रभावी लोकपाल विधेयक लाने और अन्ना से अनशन समाप्त करने का आग्रह किया गया है.
शत्रुघ्न सिन्हा ने भाजपा के वरिष्ष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की उस मांग का समर्थन किया, जिसमें प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह के इस्तीफे की मांग की गई थी, हालांकि इस मांग पर पार्टी के भीतर उन्हें कोई खास समर्थन नहीं मिला था. आहलुवालिया ने कहा कि भाजपा अन्ना हजारे के आंदोलन के साथ है. पार्टी अन्ना के गिरते स्वास्थ्य से चिंतित है और उनसे अनशन समाप्त करने का आग्रह करती है क्योंकि उन्हें भविष्य में भी देश के लिए काम करना है.
अन्ना हजारे नौ दिन से अनशन पर हैं और उनकी सेहत खराब ही होती जा रही है. बुधवार को रामलीला मैदान में राजनीतिक नेताओं की हलचल रही. बीजेपी के युवा सांसद वरुण गांधी सुबह-सुबह रामलीला मैदान पहुंच गए और अन्ना समर्थकों के बीच बैठ गए. कुछ ही देर बाद शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने भी अपना 'दूत' भेज दिया. उनकी ओर से संजय राउत चिट्ठी लेकर रामलीला मैदान पहुंचे। चिट्ठी में अन्ना से अनशन तोड़ने की अपील की गई है.
वरुण गांधी से जब पूछा गया कि आप के रामलीला मैदान में आने का क्या मतलब है, तो उन्होंने कहा कि मैं यहां देश के एक नागरिक के तौर पर आया हूं. मैं अन्ना का समर्थन करना चाहता हूं. जब वरुण से पूछा गया कि वह मंच पर जाएंगे तो उन्होंने कहा कि वे मंच पर नहीं जाएंगे. अन्ना से मुलाकात की बात पर पीलीभीत से बीजेपी के सांसद ने कहा कि उनकी ऐसी कोई योजना नहीं है.
वरुण गांधी पहले भी जन लोकपाल बिल को प्राइवेट मेंबर्स बिल के तौर पर पेश करने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं. हालांकि उनकी पार्टी ने जन लोकपाल बिल का समर्थन नहीं किया है. भाजपा ने अन्ना का तो समर्थन किया है, लेकिन उनके बिल पर पार्टी ने अभी तक आधिकारिक तौर पर राय नहीं दी है।