कमजोर मॉनसून का असर घटने की संभावना
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कमजोर मॉनसून का असर घटने की संभावना

भारतीय मौसम विभाग ने गुरुवार को कहा कि कमजोर मॉनसून की वजह से कम बारिश होने की समस्या आने वाले समय में दूर हो सकती है क्योंकि देश के पूर्वी, मध्य और गंगा नदी के तटीय भागों में अच्छी बारिश होने की संभावना है।

नई दिल्ली : भारतीय मौसम विभाग ने गुरुवार को कहा कि कमजोर मॉनसून की वजह से कम बारिश होने की समस्या आने वाले समय में दूर हो सकती है क्योंकि देश के पूर्वी, मध्य और गंगा नदी के तटीय भागों में अच्छी बारिश होने की संभावना है।
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक एलएस राठौर ने खाद्य मंत्री केवी थॉमस से मुलाकात के बाद यहां संवाददाताओं को बताया कि अब तक बारिश 22 फीसदी कम रही। लेकिन इसकी भरपाई आगामी दिनों में हो जाएगी क्योंकि पूर्वी, मध्य और गंगा नदी के तटीय भागों में मानसून में सुधार होने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि हालांकि मानसून सक्रिय नहीं है लेकिन यह बहुत कमजोर भी नहीं है। उन्होंने बताया कि पूर्वी तट, मध्य भारत और उत्तर पूर्व में बारिश हो रही है। महाराष्ट्र और प्राय:द्वीप के कुछ भागों में भी बारिश हो रही है। राठौर ने कहा कि उत्तर पश्चिमी भारत और अंदरूनी प्राय:द्वीप को लेकर ही चिंता है। उन्होंने कहा कि कम बारिश का असर खरीफ की फसल पर पड़ सकता है जबकि शेष फसल ठीक है।
देश में पिछले साल अच्छे मानसून की वजह से 2011.12 फसल वर्ष :जुलाई..जून: में 25.256 करोड़ टन अनाज का उत्पादन हुआ था। कृषि क्षेत्र के लिए मानसून की बारिश बहुत महत्वपूर्ण है और देश के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि क्षेत्र का योगदान 15 फीसदी है। देश का कृषि योग्य कुल 40 फीसदी भाग सिंचाई के तहत आता है। (एजेंसी)

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