पाक में बोले नीतीश, सुशासन हमारी विकास गाथा का मंत्र

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पाकिस्तान की अपनी पहली यात्रा पर पहुंचने के बाद शनिवार को कहा कि वह यहां के भाईचारे और सद्भावना के माहौल से अभिभूत हैं। उन्होंने बिहार के विकास के लिए अपने प्रयासों और अनुभवों को भी साझा किया।

कराची : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पाकिस्तान की अपनी पहली यात्रा पर पहुंचने के बाद शनिवार को कहा कि वह यहां के भाईचारे और सद्भावना के माहौल से अभिभूत हैं। उन्होंने बिहार के विकास के लिए अपने प्रयासों और अनुभवों को भी साझा किया।
सिंध के मुख्यमंत्री सैयद कईम अली शाह की मेजबानी मंत आयोजित दावत में शामिल हुए नीतीश ने कहा,‘पाकिस्तान और भारत का समान इतिहास और धरोहर है। हमारे द्विपक्षीय रिश्ते चारों ओर प्रगति के गवाह हैं। हम अति प्राचीन काल के इतिहास को साझा करते हुए गौरवान्वित होते हैं।’
पाकिस्तान की हफ्ते भर लंबी यात्रा पर शुक्रवार को यहां पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा,‘मुझे पाकिस्तान में आकर खुशी हो रही है। मैं पाकिस्तान की जनता के लिए शुभकामनाएं और शुभेच्छा लेकर आया हूं।’पाकिस्तान के अपने पहले दौरे पर हुए स्वागत-सत्कार से अभिभूत नीतीश ने कहा,‘मैं यहां भाईचारे और सद्भावना की गर्मजोशी से मुग्ध हो गया हूं।’

वर्ष 2005 में बिहार के मुख्यमंत्री बने नीतीश ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा,‘हमने सात साल पहले सुशासन के लिए और चतुर्दिक विकास के लिए अपने प्रयास शुरू किए थे। वे हमारे लिए चुनौती भी थीं और अवसर भी।’
नीतीश ने कहा,‘न्याय के साथ विकास के हमारे संकल्प के साथ शासन, कानून-व्यवस्था, मानव संसाधन विकास, बुनियादी ढांचे और कृषि जैसे क्षेत्रों में अनेक उपलब्धियां अर्जित की गई हैं।’ उन्होंने कहा कि संगठित अपराध पर सख्त नियंत्रण के चलते राज्य में अपराध की दर में कमी आई है।
उन्होंने कहा,‘कानून व्यवस्था में सुधार ने राज्य के प्रभुत्व को बहाल करने का रास्ता साफ किया है। पिछले सात साल में कोई सांप्रदायिक दंगा या सामाजिक अनबन नहीं देखी गई।’ नीतीश ने कहा,‘सांप्रदायिक दोस्ती और सामाजिक सद्भाव के साथ विकास हुआ है। बिहार ने पिछले पांच साल की अवधि में 11 प्रतिशत की वाषिर्क विकास दर हासिल की और 12वीं पंचवर्षीय योजना के लिए 13 प्रतिशत की विकास दर हासिल करने का लक्ष्य रखा है।’
उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, कृषि, सड़क निर्माण और गरीबी उन्मूलन जैसे विषयों पर भी राज्य सरकार के प्रयासों की बात की। नीतीश ने कहा कि बिहार में पिछले सात साल में अल्पसंख्यकों के लिए शांति और सुरक्षा का माहौल बनाया गया है।‘सांप्रदायिक दंगों से राज्य पूरी तरह मुक्त रहा है।’ उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के शैक्षणिक विकास पर विशेष जोर देते हुए सामाजिक-आर्थिक विकास के लिहाज से अनेक योजनाएं और कार्यक्रम शुरू किए गए हैं।
कुमार ने कहा,‘सुशासन हमारी विकास गाथा का मंत्र है।’ उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके राज्य में कतई बर्दाश्त नहीं करने का रवैया अख्तियार किया जाता है।
इससे पहले नीतीश ने आज पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की मजार पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री शाह के साथ नीतीश ने मजार पर फूलमालाएं चढ़ाईं और दोनों ने भारत-पाकिस्तान के बीच शांति और भाईचारे की जरूरत पर जोर दिया।
नीतीश ने मजार के बाहर संवाददाताओं से कहा,‘मेरा विचार है कि पाकिस्तान और भारत को एक दूसरे के साथ मिलकर काम करने और शांतिपूर्ण तरीके से रहने की जरूरत है। इससे न केवल दोनों देशों बल्कि पूरे क्षेत्र का विकास और समृद्धि सुनिश्चित होगी।’
कुमार ने राजस्थान की स्थापत्य कला में बनाए गए कराची के प्रसिद्ध मोहता पैलेस का भी दौरा किया। नीतीश ने कहा,‘अगर हमारा साझा इतिहास है तो भोगौलिक सीमाओं को परे रखकर समान भविष्य साझा करने में भी समझदारी होगी।’ कुमार अपने दौरे में लाहौर और इस्लामाबाद भी जाएंगे।
सिंध सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय शिष्टमंडल की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। (एजेंसी)

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